राजस्थान के जयपुर में खांसी-बुखार के इलाज के दौरान जांच में कोरोना पॉजिटिव आया एक युवक चुपचाप घर लौट गया। जांच रिकॉर्ड में करौली का पता दर्ज कराने से आश्वस्त संक्रमित घर की दूसरी मंजिल के कमरे में छिप गया। खुद के संक्रमित होने की जांच रिपोर्ट सोशल मीडिया पर डालने से चौकस हुई कोविड केयर टीम ने संक्रमित युवक को तलाश कर देर रात देवनारायण छात्रावास में क्वारंटीन किया।
कोविड केयर सेंटर प्रभारी डॉ. दीपक चौधरी ने बताया कि मोहन नगर निवासी कपड़ा व्यापारी युवक गत दिनों बुखारग्रस्त होने पर जयपुर में अपने रिश्तेदार चिकित्सक से उपचार परामर्श लेने गया था। जहां 16 जुलाई को निजी अस्पताल में कोरोना जांच में संक्रमित पाया गया। निजी चिकित्सक के होम आइसोलेशन में रह ठीक होने का आश्वासन देने पर संक्रमित युवक चिकित्सालय में भर्ती होने की बजाय, हिण्डौन घर आ पहुंचा। जहां परिजनों को संक्रमण की बात से अवगत करा छत पर एकांत कक्ष में चला गया।
इधर जांच के दौरान करौली के निर्मल विहार कॉलोनी का पता देने से सीएमएचओ ने जयपुर से आई सूचना पर संक्रमित की तलाश कराई. जहां उसके हिण्डौन में रहने का पता चला।
इसी बीच कमरे में बंद हो कर बैठे युवक ने खुद के कोरोना संक्रमित होने की रिपोर्ट को मोबाइल पर व्हाट्सएप के स्टेटस पर लगा दिया। युवक के सोशल मीडिया मित्रों के जरिए मिली सूचना पर मेडिकल टीम ने फोन कर युवक को क्वारंटीन सेंटर चलने को तैयार होने को कहा। एम्बुलेंस लेकर मौके पर पहुंची टीम के समझाने के बाद संक्रमित को देवनारायण छात्रावास भेज दिया।
इधर, राजकीय चिकित्सालय में शुक्रवार को 17 लोगों के कोरोना जांच के लिए नमूने लिए गए है। वर्तमान में देवनारायण छात्रावास में 7 कोरोना संक्रमित क्वारंटाइन है। चार दिन से लगातार संक्रमित मिलने से चिकित्सा विभाग ने सर्वे को तेज कर दिया है।