कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की शहादत के बाद पुलिस विभाग बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। इसके लिए माफिया और चिह्नित अपराधियों की सूची नए सिरे से बनाई जा रही है। मार्च में एसटीएफ द्वारा तैयार चिह्नित माफिया अपराधियों की सूची में कानपुर के विकास दुबे का नाम नहीं था। प्रदेश सरकार के सख्त तेवरों को देखते हुए पुलिस अब बड़े अपराधियों के आर्थिक साम्राज्य पर भी धावा बोलेगी। शनिवार को कानपुर, गाजीपुर व नोएडा से इसकी शुरुआत भी कर दी गई।
विकास दुबे और उसके सहयोगियों द्वारा पुलिस टीम पर किए गए दुस्साहसिक हमले के बाद अब अपराधियों का मनोबल तोड़ने पर फोकस किया जाएगा। डीजीपी मुख्यालय के निर्देश पर सभी जिलों में पुलिस चिह्नित अपराधियों की सूची को अपडेट करने में जुटी है। इसके साथ ही इन अपराधियों के काले कारोबार का भी ब्योरा खंगाला जा रहा है। बड़े शहरों में सक्रिय ज्यादातर माफिया और अपराधी जमीनों के कारोबार से जुड़े हैं।
इस कारण जगह-जगह अवैध कब्जों में उनका नाम आता रहता है। अब तक वे अपनी आर्थिक मजबूती का फायदा उठाकर लोगों का सहयोग प्राप्त करके पुलिस से बचते रहे हैं। इसी तरह कई माफिया जेलों में बंद हैं लेकिन उनका गैंग इसी तरह के धंधों में सक्रिय है। शनिवार को पुलिस ने कानपुर नगर में विकास दुबे के गांव का मकान ढहा दिया और लक्जरी गाड़ियां तोड़ डालीं। इसी तरह गाजीपुर में माफिया मुख्तार अंसारी का एक गोदाम सील कर दिया गया तो नोएडा में कुख्यात अपराधी सुंदर भाटी का अवैध निर्माण ढहा दिया गया।
शनिवार को एक ऐसी सूची वायरल हुई जिसमें प्रदेश के टॉप 25 चिह्नित माफिया अपराधियों के नाम हैं। कहा जा रहा है कि यह सूची एसटीएफ ने बीते मार्च महीने में बनाई थी। हालांकि एसटीएफ के अफसर इस सूची की पुष्टि नही कर रहे हैं। इस सूची में कानपुर नगर की घटना के मुख्य अभियुक्त विकास दुबे का नाम नहीं है, जबकि उस पर 60 मुकदमे दर्ज हैं। सूची में ऐसे नाम भी हैं जो इस वक्त जेल में हैं।
इसमें गाजीपुर के मुख्तार अंसारी, उमेश राय उर्फ गौरा राय, त्रिभुवन सिंह उर्फ पवन कुमार, प्रयागराज के अतीक अहमद, अंबेडकरनगर के खान मुबारक, लखनऊ के मो. सलीम, मो. सोहराब, मो. रुस्तम, ओम प्रकाश उर्फ बब्लू श्रीवास्तव, वाराणसी के बृजेश कुमार सिंह उर्फ अरुण कुमार सिंह, मूल रूप से वाराणसी के रहने वाले और मुंबई निवासी सुभाष सिंह ठाकुर, आजमगढ़ के ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुन्टू सिंह, बिजनौर के मुनीर, मूल रूप से मुजफ्फरनगर के रहने वाले और दिल्ली निवासी संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा, नोएडा के सुंदर भाटी, अनिल दुजाना उर्फ अनिल नागर, अनिल भाटी व सिंह राज भाटी, मुजफ्फरनगर के सुशील उर्फ मूंछ, नोएडा के अंकित गुर्जर, गाजियाबाद के अमित कसाना, शामली के आकाश जाट, मेरठ के उधम सिंह, नोएडा के योगेश भदौड़ा व बागपत के अजीत उर्फ हप्पू का नाम शामिल है। यह सूची भी अपडेट की जा रही है।