अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने अपनी ओपीडी सेवाओं को बंद करने के तीन महीने बाद अपने पुराने रोगियों के लिए 25 जून से सेवा का संचालन बहाल करने का फैसला किया है। शुरुआत में हर विभाग में एक दिन में केवल 15 मरीजों को ही देखा जाएगा। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) सेवाएं फिलहाल पुराने रोगियों के लिए उपलब्ध होंगी, लेकिन उन विभागों में सीमित संख्या में नए रोगियों के लिए भी आवश्यक अपॉइन्ट्मेन्ट दी जाएंगी, जो प्रत्यक्ष ओपीडी परामर्श शुरू करना चाहते हैं।
अपने इतिहास में पहली बार एम्स ने कोविड-19 के प्रकोप को नियंत्रित करने के उपाय के तहत 24 मार्च से अपनी विशेष सेवाओं समेत ओपीडी सेवाओं को बंद कर दिया था। मंगलवार को सभी विभागों को जारी एक आधिकारिक परिपत्र में कहा गया, ”एम्स 25 जून से ओपीडी सेवाओं को फिर से शुरू करने जा रहा है।
यह सूचित किया जाता है कि एम्स के निदेशक ने पुराने रोगियों के लिए अपॉइन्ट्मेन्ट को फिर से शुरू करने की मंजूरी दी है, शुरू में किसी भी विभाग में प्रति दिन 15 से अधिक मरीजों की अनुमति नहीं होगी, जिसे कुछ ही दिनों में बढ़ाया जाएगा। एम्स के डॉक्टर वर्तमान में इलाजरत सभी रोगियों को फोन-परामर्श के माध्यम से सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।