Dr. S.K. Srivastava
लखनऊ 13जून।राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्र नाथ त्रिवेदी ने पेट्रोलियम कम्पनियों की मनमानी पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि एक सप्ताह से लगातार ये कम्पनियाँ पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढो़त्तरी कर रही हैं और केन्द्र तथा प्रदेश की सरकारों ने आँखें बन्द कर रखी हैं। विगत अप्रैल और मई के महीनों में इन्हीं तेल कम्पनियों ने कौडिय़ों के भाव कच्चा तेल खरीद कर स्टाक जमा किया है।इनका नैतिक कर्तव्य यह था कि इस समय देश के लोगों को भी पेट्रोल और डीजल सस्ती दरों पर उपलब्ध करातीं और यदि सम्भव नहीं था तो मूल्य वृद्धि ही न करतीं। श्री त्रिवेदी ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने कहा था कि आपदा को अवसर में बदलना होगा परन्तु यह कल्पना भी नहीं थी कि यह शिक्षा तेल कम्पनियों के लिए है।इन पूँजीपतियों से पूछा जाना चाहिए कि यदि सभी लोगों द्वारा प्रधानमंत्री का मजदूरों को लाक डाउन अवधि का वेतन देने का आदेश मान लिया जाता तो लाखों मजदूर एक एक रोटी के लिए परेशान न होते।वास्तविकता यह है कि कारपोरेट घरानों में अपने लाभ के मशविरे तुरन्त लागू कर लिए जाते हैं। रालोद प्रदेश प्रवक्ता ने केन्द्र और प्रदेश सरकारों से माँग करते हुए कहा कि इस समय अपने राजस्व की बढो़त्तरी न सोचकर तेल कम्पनियों पर अँकुश लगाया जाय ताकि आम जनता की जेब का बोझ न बढे़और देश के किसानों को भी खेतों की जुताई में डीजल का मूल्य कम देना पडे़।किसानों, मजदूरों के साथ साथ मध्यम वर्ग के साथ मानवता का मरहम लगाने की परम आवश्यकता है। सुरेन्द्र नाथ त्रिवेदी प्रदेश प्रवक्ता