कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया कि सरकार कोरोना वायरस के संकट के समय लोगों और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) क्षेत्र की इकाइयों को नकद सहयोग नहीं देकर अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर रही है। उन्होंने यह भी दावा किया कि सरकार का यह रुख नोटबंदी 2.0 है। राहुल गांधी ने एक खबर शेयर करते हुए ट्वीट किया, सरकार लोगों और एमएसएमई को नकद सहयोग देने से इनकार करके हमारी अर्थव्यवस्था को सक्रियता के साथ नष्ट कर रही है। यह नोबंदी 2.0 है।
गौरतलब है कि राहुल गांधी और कांग्रेस पिछले कई हफ्तों से सरकार से यह मांग कर रहे हैं कि गरीबों, मजदूरों और एमएसएमई की वित्तीय मदद की जाए। उनका कहना है कि लोगों को खातों में अगले छह महीनों के लिए 7500 रुपये महीने भेजे जाएं और तत्काल 10 हजार रुपए दिए जाएं।
इससे पहले राहुल गांधी ने कोरोना लॉकडाउन को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला था। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां वायरस तेजी से बढ़ रहा है और हम लॉकडाउन को हटा रहे हैं। लॉकडाउन का उद्देश्य विफल हो गया है। भारत एक असफल लॉकडाउन के परिणाम का सामना कर रहा है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश और दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में लॉकडाउन और अलग-अलग तरह की पाबंदियां लागू हैं, मगर अब तक इसकी रफ्तार में कमी देखने को नहीं मिल रही है। भारत में कोरोना वायरस का कहर तेज गति से और बढ़ता ही जा रहा है और इसके पॉजिटिव मामलों की संख्या दो लाख के उपर पहुंच गई है।