सरकारी बैंकों से 9 हजार करोड़ रुपए से अधिक का लोन लेकर देश से भागे शराब कारोबारी विजय माल्या को कभी भी भारत लाया जा सकता है। लंदन में प्रत्यर्पण की सभी औपचारिकताएं पूरी तकर ली गई हैं। विजय माल्या ब्रिटेन में अपने सभी कानूनी अधिकारों का इस्तेमाल कर चुका है।
विजय माल्या के साथ सीबीआई और ईडी के अधिकारी भी होंगे। मुंबई एयरपोर्ट पर एक मेडिकल टीम माल्या के स्वास्थ्य की जांच करेगी। सरकारी सूत्रों ने बताया कि यदि माल्या रात में मुंबई पहुंचता है तो कुछ समय सीबीआई दफ्तर में गुजारनी होगी और फिर बाद में कोर्ट में पेश किया जाएगा। विमान दिन के समय यदि लैंड करता है तो सीधा कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां सीबीआई हिरासत की मांग करेगी। इसके बाद ईडी भी कस्टडी में लेने की मांग करेगी। 2018 में केस की सुनवाई के दौरान ब्रिटेन की अदालत ने भारतीय जांच एजेंसियों से उस जेल के बारे में जानकारी और वीडियो मांगी थी जहां माल्या को रखा जाएगा। तब आर्थर रोड जेल के सेल का वीडियो भेजा गया था।
एजेंसियों ने यूके कोर्ट को बताया था कि माल्या को आर्थर रोड जेल के हाई सिक्यॉरिटी बैरक में रखा जाएगा। आर्थर रोड जेल में अंडरवर्ल्ड और के कई बड़े अपराधियों और आतंकवादियों को रखा गया है। 26/11 के मुंबई हमले में पकड़े एक एकमात्र जिंदा आतंकवादी अजमल आमिर कसाब को भी इसी सिक्यॉरिटी सेल में रखा गया था। अबु सलेम, छोटा राजन, मुस्तफा दोसा, पीटर मुखर्जी और 13,500 करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले के आरोपी विपुल अंबानी भी इस जेल की हवा खा चुके हैं।
माल्या 9 हजार करोड़ रुपए के लोन घोटाले में आरोपी है। एसबीआई सहित 17 बैंकों से यह लोन लिया गया था। भारतीय एजेंसियों का शिकंजा कसने के बाद माल्या ने कई बार बैंकों का पैसा लौटाने की भी पेशकश की है। 14 मई को ब्रिटेन में सुप्रीम कोर्ट ने प्रत्यर्पण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।