IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
Alok Vajpeyee (Astrologer),
गोष्पदीकृतवारीशं मशकीकृतराक्षसम्।
रामायणमहामालारत्नं वन्देऽनिलात्मजम्॥
अर्थ:
मैं उन हनुमान जी की पूजा करता हूं, जिन्होंने समुद्र को गाय के खुर के समान बना दिया। जिन्होंने विशाल राक्षसों को मच्छरों की तरह नाश किया और जो “रामायण” नामक माला के मोतियों के बीच एक रत्न की तरह हैं।
IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण
सब सुखी व स्वस्थ रहें
विक्रम संवत 2081
संवत्सर नाम -: कालयुक्त
संवत्सर राजा-: मंगल
संवत्सर मंत्री-: शनि
सूर्य उत्तरायण, ऋतु-: वसंत
सूर्य उदय : प्रातः 6/50
सूर्य अस्त : सायं 6/17
फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि
अंग्रेजी दिनांक-: 1/3/2025
दिन-: शनिवार
चंद्रमा-: मीन राशि में
राशि स्वामी-: गुरु
आज का नक्षत्र-: पूर्व भाद्रपद प्रात: 11/23 तक उसके बाद उत्तर भाद्रपद
नक्षत्र स्वामी – : गुरु/शनि
️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश:
प्रात: 5/58 से पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में
11/23 से उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 1 में
सायं 4/47 से उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 2 में
रात्रि 10/12 से उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 3 में
रात्रि 3/36 से उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में
योग -: साध्य सायं 4/25 बजे तक ( साध्य योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक को कई गुना शुभ फल मिलता है. साध्य योग में कार्य सीखने या करने में खूब मन लगता है और पूर्ण सफलता मिलती है ,साध्य योग में किए गए काम में सफलता मिलती है)
सायं 4/25 के बाद शुभ योग (शुभ योग में यात्रा करना, गृह प्रवेश, नवीन कार्य प्रारंभ करना, विवाह आदि करना शुभ होता है।)
फुलेरा दूज (मथुरा-वृंदावन), पंचक चल रहे हैं, श्री राम कृष्ण परमहंस जयंती
शुभ दिशा-: दक्षिण,पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम
दिशा शूल -: पूर्व दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर अदरक और उड़द खाकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
सूर्य -: कुंभ राशि शतभिषा नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी राहु)
मंगल -: मिथुन राशि पुनर्वसु नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
बुद्ध -: मीन राशि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
गुरु -: वृष राशि रोहिणी नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी चंद्र)
शुक्र -: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
शनि (अस्त) -: कुंभ राशि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
राहु-: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
केतु-: कन्या राशि उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी सूर्य)
राहु काल -: प्रात: 11/07 से दोपहर 12/34 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें
दैनिक लग्न सारणी -:
प्रात: 7/28 तक कुम्भ
8/53 तक मीन
10/28 तक मेष
दोपहर 12/23 तक वृष
2/37 तक मिथुन
सायं 4/58 तक कर्क
7/16 तक सिंह
रात्रि 9/31 तक कन्या
11/50 तक तुला
2/09 तक वृश्चिक
सूर्योदय पूर्व 4/21 तक धनु
5/57 तक मकर
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जय जय श्री राधे