IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII

IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII

Alok Vajpeyee (Astrologer),

🕉 मुदा करात्त मोदकं सदा विमुक्ति साधकं,
कलाधरा वतंसकं विलासि लोक रञ्जकम्।
अनायकैक नायकं विनाशितेभ दैत्यकं,
नता शुभाशु नाशकं नमामि तं विनायकम्॥1॥

अर्थ:
मैं श्री गणेश भगवान को बहुत ही विनम्रता के साथ अपने हाथों से मोदक प्रदान (समर्पित) करता हूं, जो मुक्ति के दाता- प्रदाता हैं। जिनके सिर पर चंद्रमा एक मुकुट के समान विराजमान है, जो राजाधिराज हैं और जिन्होंने गजासुर नामक दानव का वध किया था, जो सभी के पापों का आसानी से विनाश कर देते हैं, ऐसे गणेश भगवान जी की मैं पूजा करता हूं॥

IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII

🕉 श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण 🙏🙏
🙏🙏 सब सुखी व स्वस्थ रहें 🌱🌹
विक्रम संवत 2081
संवत्सर नाम -: कालयुक्त
संवत्सर राजा-: मंगल
संवत्सर मंत्री-: शनि
🌕सूर्य दक्षिणायन, ऋतु-: शरद
सूर्य उदय : प्रातः 6/19
सूर्य अस्त : सायं 6/02
📺 आश्विन मास कृष्ण पक्ष की अमावस तिथि
अंग्रेजी दिनांक-: 2/10/2024

दिन-: बुद्धवार

🌕 चंद्रमा-: कन्या राशि में

🥳राशि स्वामी-: बुद्ध

🌱 आज का नक्षत्र-: उत्तराफाल्गुनी दोपहर 12/23 तक उसके बाद हस्त

💓 नक्षत्र स्वामी – : सूर्य/चन्द्र

✨️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश:

दोपहर 12/22 तक उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 4 में
दोपहर 12/23 से हस्त नक्षत्र चरण 1 में
सायं 7/10 से हस्त नक्षत्र चरण 2 में

 

🔥 योग -: ब्रह्म

🪴 आश्विन/महालय अमावस, सर्व पितृ श्राद्ध, चतुर्दशी/अमावस का श्राद्ध, पितृ विसर्जन, गजच्छाया योग
शास्त्रों में कहा गया है कि श्रद्ध पक्ष में जिस दिन गज छाया योग लगता है तो उस दिन पितरों को दिया गया जल और पिण्ड का सुख उन्हें 13 वर्षों तक प्राप्त होता है। इसलिए गजछाया योग में तर्पण करने से पितर बड़े तृप्त और प्रसन्न होते हैं।
वंश वृद्धि, धन संपत्ति और पितरों से मिलने वाले आशीर्वाद की प्राप्ति होती है। इस योग को पितरों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने का खास अवसर बताया गया है। गजछाया योग में गया, पुष्‍कर, हर‍िद्वार, बद्रीनाथ और प्रयागराज में इस व‍िशेष योग के दौरान प‍ितरों का श्राद्ध करने के ल‍िए लोग दूर-दूर से आते हैं। नद‍ी के तट पर प‍ितरों का श्राद्ध करते हैं। मान्‍यता है क‍ि इस योग में श्राद्ध करने से प‍ितरों को सद्गत‍ि तो म‍िलती ही है साथ ही अक्षय पुण्‍य की भी प्राप्ति होती है।

♻️ शुभ दिशा-: दक्षिण, पूर्व, दक्षिण-पश्चिम
♻️ दिशा शूल -: उत्तर दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर धनिया या तिल खाकर प्रस्थान करें

आज की ग्रह स्थिति -:

🌷सूर्य -: कन्या हस्त चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी चंद्र)
🛑मंगल -: मिथुन राशि पुनर्वसु नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
🌱 बुद्ध (मार्गी,अस्त) -: कन्या राशि हस्त नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी हस्त) दोपहर 3/06 से चरण 3 में
🌕गुरु -: वृष राशि मृगशिरा नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी मंगल)
💃 शुक्र -: तुला राशि स्वाति नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी राहु) प्रात: 6/23 से चरण 4 में
🌊 शनि (वक्री)-: कुंभ राशि पूर्व भाद्रपद चरण 1 में ( नक्षत्र स्वामी गुरु )
🎥 राहु-: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🛐केतु-: कन्या राशि में हस्त नक्षत्र चरण -1 (नक्षत्र स्वामी चंद्र) में

🤬राहु काल -: दोपहर 12/10 से 1/38 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें

दैनिक लग्न सारणी -:

प्रात: 7/26 तक कन्या
9/44 तक तुला
दोपहर 12/03 तक वृश्चिक
2/07 तक धनु
सायं 3/50 तक मकर
5/18 तक कुम्भ
6/42 तक मीन
रात्रि 8/18 तक मेष
10/13 तक वृष
12/27 तक मिथुन
2/18 तक कर्क
5/07 तक सिंह

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🙌🙌🙌 जय जय श्री राधे 🙌🙌🙌🙌

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