Alok Verma, Jaunpur, Bueauro,
पुलिस अधीक्षक के आदेश के बावजूद भी अभी तक नहीं हुई दोषियों के खिलाफ कोई करवाई
नहीं मिला न्याय तो मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पेश होगी पीड़िता अंजू शुक्ला
*पुलिस अधीक्षक के आदेश के बावजूद भी अभी तक नहीं हुई दोषियों के खिलाफ कोई करवाई*
*जिलाधिकारी जौनपुर ने भी दिया था पुलिस अधीक्षक को जांच के आदेश
जौनपुर । जफराबाद थाना क्षेत्र के नाथूपुर गांव निवासी श्रीमती अंजू शुक्ला पत्नी और अवधेश शुक्ला ने घटना दिनांक 27/8/24 के बाबत जिलाधिकारी जौनपुर पुलिस अधीक्षक जौनपुर को लिखित प्रार्थना देकर जांच करने की मांग किया था जिस पर जिलाधिकारी जौनपुर में पुलिस अधीक्षक जौनपुर को आदेश दिया था कि जांच कर कार्रवाई सुनिश्चित करें पुलिस अधीक्षक जौनपुर से भी पीड़िता ने प्रार्थना पत्र देकर जांच करने की मांग किया था जिस पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर ने जांच कमेटी गठित कर घटना की जांच कर तीन दिवस के अंदर रिपोर्ट प्रेषित करें लेकिन अभी तक 10 दिन बीत जाने के बावजूद भी प्रार्थना की किसी भी प्रार्थना पत्र पर कोई जांच करवाई नहीं की गई ज्ञात होगी प्रार्थिनी ने दिनांक 30/8/24 को प्रार्थना पत्र दिया था।
उक्त प्रार्थना पत्र में पीड़िता अंजू शुक्ला ने आरोप लगाया था कि उसके पड़ोसी संतोष शुक्ला पुत्र उमाशंकर शुक्ल राजन शुक्ला पुत्र रमाशंकर शुक्ल शुभम शुक्ला पूर्व शरद शुक्ला अभिषेक शुक्ला पुत्र नरेंद्र शुक्ला आज अपने सहयोगियों के साथ लाठी डंडा से लैस होकर प्रार्थी की बनी बाउंड्री को जेसीबी लेकर गिरने लगे जिसकी शिकायत करने पर उपरोक्त लोग प्रार्थना के पति को लाठी डंडे से मारने लगे मना करने व विरोध करने पर उपरोक्त लोग स्थानीय जफराबाद थाने की पुलिस व उप निरीक्षक को घटना स्तर पर बुला रखा था जिसके कारण वह लोग बाउंड्री भी गिरा दिए हमारे साथ स्त्री लज्जा भंग करने का प्रयास भी किया, इतना ही नहीं हमारे पति को जबरदस्ती थाने उठा ले गई जफराबाद पुलिस रात्रि 11:00 बजे उप जिलाधिकारी सदर के यहां चलान भेज दिया 12:00 बजे रात में हमारे पति को जिला जेल भेज दिया गया उक्त घटना में बहुत सारे लोग शामिल थे लेकिन जफराबाद पुलिस ने एक पक्षी कार्रवाई करते हुए हमारे पति को ही जेल भिजवा दिया एसडीएम सदर ने भी लोकप्रिय कार्रवाई दिखाते हुए 12:00 बजे जेल में आमद करा दिया उक्त घटना को लेकर प्रार्थिनी ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन प्रमुख सचिव डीजीपी उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ उप पुलिस महानिरीक्षक वाराणसी पुलिस महानिदेशक वाराणसी राष्ट्रीय महिला आयोग को भी पत्र भेज कर न्याय की गुहार लगाई लगभग 10 दिन बीत जाने के बावजूद भी जिलाधिकारी जौनपुर पुलिस अधीक्षक जौनपुर के द्वारा उक्त घटना के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की कराई गई।