Alok Bajpai ( Astrologer),
IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
पद्मालयां पद्मकरां पद्मपत्रनिभेक्षणाम् ।
वन्दे पद्ममुखीं देवीं पद्मनाभप्रियामहम् ॥3॥
अर्थ – कमल ही जिनका निवास स्थान है, कमल ही जिनके करकमलों में सुशोभित है तथा कमलदल के समान ही जिनके नेत्र हैं, उन कमलमुखी कमलनाभ प्रिया श्रीकमला देवी की मैं वन्दना करता हूँ ॥
IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण
सब सुखी व स्वस्थ रहें
विक्रम संवत 2081
संवत्सर नाम -: कालयुक्त
संवत्सर राजा-: मंगल
संवत्सर मंत्री-: शनि
सूर्य दक्षिणायन, ऋतु-: वर्षा
सूर्य उदय : प्रातः 6/02
सूर्य अस्त : सायं 6/41
भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि
अंग्रेजी दिनांक-: 30/08/2024
दिन-: शुक्रवार
चंद्रमा-: मिथुन राशि में प्रात: 11/34 तक उसके बाद कर्क राशि में
राशि स्वामी-: बुद्द/चंद्र
आज का नक्षत्र-: पुनर्वसु सायं 5/56 तक उसके बाद पुष्य
नक्षत्र स्वामी – : गुरु/शनि
️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश:
प्रात: 11/34 से पुनर्वसु नक्षत्र चरण 4 में
सायं 5/56 से पुष्य नक्षत्र चरण 1 में
योग -: व्यतिपात सायं 5/46 तक उसके बाद वरियान
वत्स द्वादशी पूजा
शुभ दिशा-: उत्तर पूर्व
दिशा शूल -: पश्चिम दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर जौ खाकर और दूध पीकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
सूर्य -: सिंह राशि मघा नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी केतु) दोपहर 3/46 से पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 1 में
मंगल -: मिथुन राशि मृगशिरा नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी मंगल)
बुद्ध (मार्गी,अस्त) -: कर्क राशि आश्लेषा नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी बुद्ध)
गुरु -: वृष राशि मृगशिरा नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी मंगल)
शुक्र -: कन्या राशि उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी सूर्य) प्रात: 11/53 से चरण 4 में
शनि (वक्री)-: कुंभ राशि पूर्व भाद्रपद चरण 1 में ( नक्षत्र स्वामी गुरु )
राहु-: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
केतु-: कन्या राशि में हस्त नक्षत्र चरण -2 (नक्षत्र स्वामी चंद्र) में
राहु काल -: प्रात: 10/45 से दोपहर 12/21 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें
दैनिक लग्न सारणी -:
प्रात: 5/03 तक कर्क
7/22 तक सिंह
9/38 तक कन्या
11/56 तक तुला
दोपहर 2/15 तक वृश्चिक
सायं 4/19 तक धनु
6/02 तक मकर
रात्रि 7/30 तक कुम्भ
8/54 तक मीन
10/30 तक मेष
12/25 तक वृष
2/38 तक मिथुन
जय जय श्री राधे