पिछले तीन दिन में उत्तरप्रदेश के गौतम बुद्ध नगर से करीब 550 प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य उत्तराखंड पहुंचाया गया ।अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि पिछले कुछ सप्ताह में लॉकडाउन के कारण फंसे हजारों श्रमिकों को उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और उत्तराखंड में उनके घर पहुंचाया गया ।
जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि उत्तरप्रदेश सरकार के आदेश के तहत फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों को भेजने के लिए परिवहन की व्यवस्था करने का फैसला किया गया । ‘मंगलवार को 409 श्रमिकों को 12 बसों से उत्तराखंड में उनके घर पहुंचाया गया। ग्रेटर नोएडा और नोएडा से बसों का परिचालन हुआ । इससे पहले 24 मई को छह बसों से 140 प्रवासी उत्तराखंड भेजे गए थे ।
भारत में जुलाई माह की शुरुआत में कोविड-19 के मामले चरम पर पहुंचने की आशंका है और इस वैश्विक महामारी के कारण भारत में 18,000 लोग जान गंवा सकते हैं। यह दावा एक महामारी एवं लोक स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने किया है। सेंटर फॉर कंट्रोल ऑफ क्रॉनिक कंडिशन्स (सीसीसीसी) के निदेशक प्रोफेसर डी. प्रभाकरण ने कहा कि देश में यह महामारी बढ़ने की दिशा में है। प्रभाकरण ब्रिटेन में लंदन स्कूल ऑफ हाइजिन ऐंड ट्रॉपिकल मेडिसिन में महामारी विज्ञान विभाग में प्रोफेसर भी हैं।
महामारी विशेषज्ञ ने कहा कि भारत में कोरोना के सर्वाधिक मामले जुलाई में सामने आ सकते हैं। उन्होंने बुधवार को बताया कि यह विभिन्न शोधों के आधार पर और अन्य देशों में इस महामारी के बढ़ने और घटने के आकलन पर आधारित है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां चार से छह लाख मामले संक्रमण के हो सकते हैं और औसत मृत्यु दर तीन फीसदी रह सकती है, जो (भारत में कोविड-19 के कारण मौत) करीब 12,000-18,000 होगी।