मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात ‘अम्फान ने बुधवार को दोपहर ढाई बजे के करीब पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच दस्तक दी । तेज बारिश और तूफानी हवाओं के साथ अगले चार घंटे में यह चक्रवात और भीषण हो जाएगा। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात के आगमन के समय इसकी रफ्तार 160-170 किलोमीटर प्रति घंटा थी। आगे इसकी रफ्तार 190 किलोमीटर प्रति घंटा पहुंचने की आशंका है ।
अम्फान के संभावित प्रकोप को लेकर पूर्वी भारत के ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की कवायद जारी है। महाचक्रवात से निपटने में दोनों देशों और संबंधित राज्यों का प्रशासनिक अमला पूरी ताकत से जुटा है। सरकारें व एजेंसियां जरूरी सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान कर रहे हैं। यह दो दशकों में बंगाल की खाड़ी में दूसरा महाचक्रवात है। सोमवार को महाचक्रवात के ओडिशा तटों के करीब पहुंचने के साथ ही कुछ हिस्सों में भारी बारिश का दौर शुरू हो गया था। अलर्ट सिस्टम आधारित एसएमएस भेजे जा रहे हैं। तटीय इलाकों में आपात सायरन बज रहे हैं। वहीं, पश्चिम बंगाल में करीब तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। समुद्री क्षेत्र में मछली पकड़ने की गतिविधियां निलंबित की गई हैं। तूफान के संभावित क्षेत्रों में लोगों के चेहरों पर दहशत देखी जा रही है।NDRF के चीफ एसएन प्रधान ने बुधवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बंगाल में सुपर साइक्लोन अम्फान का लैंडफाल शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि अगले कुछ घंटे बेहत अहम रहनेवाले हैं, क्योंकि करीब 4 घंटे तक लैंडफाल की प्रक्रिया चलेगी। प्रधान ने कहा कि वे हालात पर हम नजर बनाए हुए हैं। लैंडफाल के बाद एनडीआरएफ का काम शुरू होता है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा दोनों ही राज्यों पर नजर बनी हुई है। इसके साथ ही, ओडिशा में एनडीआरएफ की 20 टीमें और पश्चिम बंगाल में 19 टीमें लगी हुई हैं।चक्रवाती तूफान बंगाल के तट पर पहुंचा चुका है। इसके पहुंचते ही पश्चिम बंगाल के सुन्दरबन के नजदीक तेज बारिश शुरू हो गई है। हवा की रफ्तार अधिकतम 155-165 किलोमीटर प्रतिघंटा है।
बांग्लादेश में अम्फान तूफान से पहली मौत की खबर सामने रही है। चक्रवात उत्तर-उत्तर पूर्वी दिशा में बढ़ते हुए यह बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों को दोपहर बाद पार करेगा। बांग्लादेश ने भीषण चक्रवात अम्फान आने के मद्देनजर 20 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है और चक्रवात से जुड़ी घटनाओं से निपटने के लिए सेना को तैनात किया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देश के कुछ जिलों को ”अधिक खतरे वाले स्तर पर रखा गया है। चक्रवात देश के तटीय क्षेत्र के निकट पहुंच रहा है। इसे 2007 में देश में आए चक्रवात ‘सिद्र के बाद सबसे अधिक प्रचंड चक्रवात माना जा रहा है। ‘सिद्र से देश में 3,500 लोगों की मौत हुई थी। बीडीन्यूज24डॉटकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश की सेना, नौसेना और वायुसेना ने महाचक्रवात से निपटने की तैयारी कर ली है। चक्रवात बांग्लादेश के तट की ओर 400 किमी अंदर आ गया है और बुधवार शाम तक इसके असर दिखाने की आशंका है। रिपोर्ट में आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्री इनामुर रहमान के हवाले से कहा गया कि बुधवार शाम छह बजे चक्रवात आने की आशंका है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, दोपहर बाद या शाम तक महाचक्रवात अम्फान करीब 185 किलोमीटर से भी ज्यादा की रफ्तार से सुन्दरवन के नजदीक पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तट के बीच दीघा और हथिया से होकर गुजरेगा। मौसम विभाग के अनुसार, दोपहर 12:30 बजे तक महाचक्रवात अम्फान बंगाल के दीघा से 95 किलोमीटर दूर था।