ब्यूरो,
बाराबंकी जिले में अपने को अविवाहित बताकर महिला ने एक व्यक्ति से तीसरी शादी कर ली। इसके बाद उसे प्रताड़ित किया जाने लगा। पति जब पता चला कि पत्नी ने पहले से दो शादी कर रखी है तो उसके होश उड़ गए। उधर, महिला परेशान करने लगी। पहले से शादीशुदा पत्नी की हरकतों से तंग पीड़ित की तहरीर पर देवा पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।
देवा थाना के गांव अलीपुर मजरे रेंदुआ पल्हरी निवासी अश्वनी कुमार सिंह ने बताया कि उनकी पहली पत्नी की मौत करीब सात साल पहले हो चुकी है। उनके दो पुत्र हैं। उन्होंने बताया कि करीब दो साल पहले उनकी मुलाकात आरती देवी निवासी इंडियामऊ थाना फतेहपुर से हुई थी। आरती के पिता की मौत हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि आरती से उनकी दोस्ती हो गई। इस दौरान आरती ने उसे बताया कि वह अविवाहित है। इस पर दोनों शादी के लिए सहमत हो गए। दोनों की रजामंदी से जयशंकर वेलफेयर सोसायटी, बाराबंकी में शादी कर ली थी। इसके बाद वह दोनों अपने-अपने घरों में रहने लगे। बीच-बीच में आरती अपने ससुराल आई और कुछ दिन रुकने के बाद मायके चली जाती। शादी के कुछ समय बाद आरती का व्यवहार बदलने लगा। उनके बीच विवाद शुरू हो गया। जिससे दोनों अलग हो गए। बाद में जानकारी करने पर पता चला कि आरती ने पहले से दो शादियां रखी है।
आरती देवी का एक विवाह मुनेन्द्र पुत्र सुन्दरलाल निवासी ग्राम नबीगंज थाना महमूदाबाद जनपद सीतापुर से की जिसका वाद सीतापुर परिवार न्यायालय में वर्ष 2012 में चला जो बाद में खारिज हो गया। किन्तु इनका तलाक नहीं हुआ। इसके बाद आरती देवी का निकाह 08 मई 2007 को अनीस अहमद पुत्र स्व. रफी अहमद ग्राम फतेहपुर दक्षिण नालापार धाना- फतेहपुर जनपद बाराबंकी से हुआ, जिसका मुकदमा परिवार न्यायालय लखनऊ में चल रहा है और इसमें भी तलाक नहीं हुआ है। पीड़ित ने देवा थाने में आरती के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।