ब्यूरो,
लखनऊ-कानपुर हाईवे पर निर्माणाधीन एलीवेटेड रोड के चलते भारी वाहनों के डायवर्जन पर अंतिम मुहर लगा दी गई। गुरुवार को डीसीपी ट्रैफिक, ट्रांसपोर्टरों के बीच हुई बैठक में एलीवेटेड रोड निर्माण होने तक भारी वाहनों के डायवर्जन का फैसला लिया गया। यह डायवर्जन एक अक्तूबर से शुरू निर्माण कार्य पूरा होने तक लागू रहेगा। बाराबंकी से कानपुर की ओर जाने वाले भारी वाहन हैदरगढ़ तथा सीतापुर से कानपुर जाने वाले भिठौली क्रॉसिंग से आईआईएम, मोहान रोड होते हुए अजगैन-सफीपुर से गुजरेंगे। इससे एक ओर करीब 40 किमी वाहन घूमकर अपने गंतव्य रोड तक पहुंच सकेंगे।
सात हजार तक महंगा होगा भाड़ा कानपुर रोड पर डायवर्जन से करीब 50 किमी अतिरिक्त चलना होगा। दोनों ओर करीब 100 किमी ज्यादा भारी वाहनों के संचालन से भाड़ा वृद्धि होगी। डीजल, ड्राइवर, वाहन खर्च मिलाकर 5 से 7 हजार तक भाड़ा बढ़ोत्तरी तय है।
दवाई, सब्जी और फल के ट्रक प्रभावित होंगे साढ़े 12 टन वाले छह चक्का ट्रक को छूट देनी चाहिए। क्योंकि इन्हीं ट्रकों पर जीवन रक्षक दवाएं, सब्जियां, फल आते है। डायवर्जन से कच्चे माल की सप्लाई बाधित होगी। वहीं नो एंट्री से ट्रकों का समय बर्वाद होता है। इस मसले पर लखनऊ गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के महामंत्री पंकज शुक्ला ने छोटी गाड़ियों के आवागमन पर छूट देने की गुहार लगाई है।