ब्यूरो,
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस ने एक पेंटर की हुई हत्या का खुलासा किया है। ये कत्ल किसी और ने नहीं बल्कि मृतक के बहनोई ने सुपारी देकर कराया था। आरोपी ने पांच लाख रुपये में सुपारी देकर पेंटर को फिल्म गदर-2 दिखाई, इसके बाद मरवा डाला। पुलिस ने वारदात का खुलासा करते हुए बहनोई और सुपारी किलर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। चार दिन पहले कत्ल की योजना बनाई गई थी।
मूलरूप से शाहजहांपुर निवासी अनिल उर्फ साहिल पत्नी वंदना और छह महीने की बेटी श्रेया के साथ तात्याटोपे नगर में अपने बहनोई बब्बन के साथ किराये के मकान में रहता था। दोनों पीओपी का काम करते थे। बीती 15 अगस्त को अनिल दोस्तों के साथ गदर फिल्म देखने की बात कहकर घर से निकला था। देर रात तक लौटकर न आने पर परिजन तलाश करने पहुंचे तो बहनोई ने 16 अगस्त की सुबह दावा किया कि शव मर्दनपुर के पास झाड़ियों में मिला है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर पर भारी वस्तु से प्रहार के बाद हत्या किए जाने की पुष्टि हुई। पुलिस ने बहन की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर जांच आगे बढ़ाई तो बहनोई की बातों में संदिग्धता नजर आई।
डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार ने बताया कि मृतक अनिल के पिता रविशंकर ने दो शादियां की थीं। पहली पत्नी का बेटा अनिल था, जबकि दूसरी पत्नी की बेटी मोहिनी थी। रविशंकर की गुजैनी में एक कॉलोनी थी, जिसे तीन साल पहले उसके बहनोई बब्बन ने पांच लाख रुपये में बेच दिया था। रुपयों से लोडर भी खरीद लिया था। हिस्से की मांग अनिल अक्सर किया करता था। कई बार दोनों के बीच विवाद भी हुआ था। घटना के कुछ दिन पहले भी विवाद हुआ था, जिस पर बब्बन ने उसकी हत्या करने की योजना बनाई।
डीसीपी के मुताबिक बब्बन ने अनिल के दोस्त व पीओपी कारीगर गुजैनी निवासी शिव सिंह उर्फ शिवम को हत्या की सुपारी दी थी। शिव सिंह ने 50 हजार मांगे थे लेकिन बाद में 10 हजार में सौदा तय हुआ था। 15 अगस्त को प्लान के मुताबिक शिव सिंह ने मृतक अनिल के साथ गदर फिल्म देखी। फिर उसे वह रमईपुर स्थित एक फार्म हाउस ले गया, जहां वह पीओपी लगा रहा था। वहां अनिल को शराब पिलाई फिर ईंटों से सिर पर वार कर हत्या कर दी। हत्या के बाद शिव सिंह ने 10 हजार रुपये मांगे तो बब्बन ने 500 रुपये पकड़ा दिए। इस पर दोनों में विवाद भी हुआ। गुस्से में शिव सिंह अनिल की बाइक और मोबाइल लेकर चला गया।