यूपी के देवरिया के गौरी बाजार चौराहे से गुरुवार शाम बदमाशों ने चाकू की नोंक पर एक बैंककर्मी को अगवा कर लिया। उसे खोराबार क्षेत्र के गोपाला मंदिर क्षेत्र में बंधक बनाकर रखा और घरवालों से एक लाख फिरौती मांगी। बदमाशों ने बैंककर्मी को बुरी तरह मारापीटा भी। बैंककर्मी के भाई और दोस्त ने दो बार में सात हजार रुपये भेजे। इसी बीच बैंककर्मी किसी तरह उनकी चंगुल से भाग निकला। शुक्रवार को उसने गौरीबाजार थाने पहुंचकर पुलिस को तहरीर दी।
बलिया जनपद के आयुष कुमार पुत्र राम अवध सिंह उत्कर्ष माइक्रोफाइनेंस बैंक की गौरीबाजार शाखा में ट्रेनिंग कर रहे हैं। गुरुवार शाम करीब सात बजे वह बैंक का काम खत्म होने के बाद गौरी बाजार चौराहे पर गए थे। इसी दौरान बदमाशों ने चाकू की नोंक पर उन्हें अगवा कर लिया। बदमाश उन्हें खोराबार के गोपाला मंदिर क्षेत्र में लेकर आये और उन्हीं के फोन से घरवालों को कॉल कर एक लाख की फिरौती मांगी।
इस दौरान पैसा मंगाने का दबाव बनाने के लिए बदमाशों ने आयुष को घंटों मारा पीटा। आयुष के फोन करने पर एक मित्र द्वारा 6000 रुपया और भाई द्वारा 1000 रुपया भेजा गया। अपहरर्ताओं ने आयुष का मोबाइल, गूगल आईडी, पासवर्ड सब ले लिया। इसी बीच आयुष किसी तरह बदमाशों के चंगुल से निकल कर गोपाला मंदिर पहुंचा और वहां मौजूद लोगों के मोबाइल से भाई को फोन किया। इसके बाद उत्कर्ष माइक्रो फाइनेंस के कर्मचारियों से बात हुई। सूचना पर बैंक के चौरीचौरा ब्रांच के कर्मचारी आए और आयुष को साथ ले गए। शुक्रवार को आयुष ने गौरीबाजार थाने में तहरीर दी।
मालूम हो कि बीते दिनों देवरिया के सलेमपुर निवासी एक बैंक कर्मी को गोपाला मंदिर के सिवान में एक पुलिया के पास बुरी तरह से चाकू से जख्मी करके बेहोशी की हालात में छोड़ दिया गया था। रात भर वह वहीं पड़ा रहा। सुबह जब चरवाहे अपनी भैंस को चराने लेकर गए तो उनकी नजर बैंक कर्मी पर पड़ी। ग्रामीणों की मदद से उनके परिवारवालों को सूचना दी गई। बैंक कर्मी के एटीएम से 10000 निकालने की बात सामने आई थी।