ब्यूरो,बीकेटी,लखनऊ।
सरकारी पशु चिकित्सालय के अधिकारी सुनील कुमार राय एक संवेदनहीन अधिकारी हैं।
बीकेटी क्षेत्र में इंदौराबाग मोड़ के पास घायल अवस्था में पत्रकार को दिखा हुआ था बंदर।
सीने में रक्तरंजित घावों को देखकर पत्रकार ने किया पशु चिकित्सा अधिकारी सुनील कुमार राय को फोन।
पत्रकार ने पशु चिकित्सा अधिकारी से कहा कि एक छोटा बंदर सीने पर घावों को लेकर बेचैन अवस्था में रहा है टहल।
पत्रकार ने विशेषज्ञ पशु चिकित्सा अधिकारी से कहा कि बंदर को क्या है दिक्कत आप हैं विशेषज्ञ कृपया इसको देखिए और निकालिए समाधान।
रात में 9:30 बजे पत्रकार के फोन से झल्लाए पशु चिकित्सा अधिकारी ने मौके पर पहुंच कर फोन पर पत्रकार को दी धमकी कहा तुम्हारे खिलाफ लिखूंगा एफ आई आर।
वाह रे सिस्टम, अगर कोई पशु पक्षी या मानव घायल या रक्त रंजित अवस्था में दिखता है तो तत्काल जिम्मेदारों को मिलाएं फोन सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन है यह।
लेकिन विडंबना देखिए यहां पर शाबाशी की जगह पत्रकार को दी जा रही धमकी तुम्हारे खिलाफ लिखाऊंगा एफआईआर, कराऊंगा गिरफ्तारी।
वही इस विषय पर बात करने पर हल्का इंचार्ज तेजतर्रार उपनिरीक्षक रावेंद्र सिंह ने कहा कि हर आम आदमी की जिम्मेदारी होती है कहीं पर कुछ भी गलत दिखे तो जिम्मेदारों को सूचना देकर करें अपने कर्तव्य का निर्वहन इसमें कुछ भी नहीं है गलत।
उप निरीक्षक ने बताया कि संबंधित विभाग की होती है जिम्मेदारी कि वाकई में मामला क्या है संबंधित विभाग किसी व्यक्ति विशेष या पत्रकार पर इसका ठीकरा नहीं फोड़ सकता है।
घायल बंदर की वीडियो संलग्न है अब आप न्याय करिए कि पत्रकार ने सूचना देकर सही किया या गलत?