आलोक वर्मा, जौनपुर ब्यूरो,
होली पर्व पर विशेष सावधानी बरतें गर्भवती महिलाएं, लापरवाही से सेहत को हो सकता है नुकसान:-
डाक्टर शिखा शुक्ला
(बांझपन व स्त्री रोग विशेषज्ञ)
गर्भावस्था के दौरान होली खेलना आपको कई तरह की परेशानियों में डाल सकता है। आप अच्छे स्वास्थ्य और भ्रूण की भलाई के लिए, यह आप इस साल होली खेलने से बचें। बेहतर होगा वे सिर्फ तिलक लगाकर ही होली सेलिब्रेट करें।
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सिंथेटिक रंगों के प्रयोग से बचें:-
होली पर इस्तेमाल होने वाले रंग, जिन्हें आमतौर पर गुलाल के नाम से जाना जाता है, सिंथेटिक होते हैं और इनमें कई घातक रसायन होते हैं, जो त्वचा पर हानिकारक प्रभाव डालते हैं। गर्भवती महिलाओं पर इन रंगों के प्रयोग का बुरा प्रभाव पड़ता है। इसमें समय से पहले बच्चे का जन्म, जन्म के समय कम वजन या गर्भपात हो सकता है। सिंथेटिक रंगों में लेड ऑक्साइड, कॉपर सल्फेट और कुचले हुए कांच के टुकड़े होते हैं, ये रंग आपके नर्वस सिस्टम, गुर्दे और प्रजनन प्रणाली को प्रभावित कर सकते हैं। यदि आप गर्भवती होने पर होली पर गुलाल खेलना चाहती हैं, तो हर्बल रंगों का उपयोग करने की सलाह दी जाती है।
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पानी वाली होली से रहें दूरा:-
गर्भवती महिलाओं के लिए पानी के साथ होली खेलना पूरी तरह से मना है क्योंकि पानी से खेलने से आपके फर्श पर फिसलने की संभावना बढ़ जाती है। गर्भावस्था के दौरान महिला का गिरना काफी खतरनाक होता है, जिसके गंभीर परिणाम होते हैं। इससे मिस कैरिज का खतरा, भ्रूण के मस्तिष्क में चोट, भ्रूण के विस्थापन और अन्य शारीरिक दोषों का कारण बन सकता है। अंतिम तिमाही के शुरुआती दौर में फिसलने से समय से पहले सिजेरियन डिलीवरी हो सकती है, जिसके अपने नुकसान हैं। इसलिए, अगर होली खेलनी भी है तो सूखी होली खेल सकते हैं।
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भांग के सेवन से करें परहेज:-
इस होली पर आपको एक और चीज से बचना चाहिए, वह है भांग लस्सी। भांग एक ऐसा नशीला पदार्थ है जो आपको ज्यादा नींद का एहसास करा सकता है। इसमें मादक गुण होते हैं, जो जमीन पर गिरने का कारण बन सकते हैं। भांग का सेवन हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर को बढ़ा देता है साथ ही यह भ्रूण के नर्वस सिस्टम और मस्तिष्क को प्रभावित कर सकता है।
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बच्चे को दूध पिलाने वाली मां भी रहें सतर्क
अगर आप प्रसूता हैं और बच्चे को स्तनपान करवाती हैं तो आपको भी होली के दौरान केमिकल वाले हानिकारक रंगों से बिल्कुल दूर रहना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर ये रंग आपके दूध के जरिए शिशु के शरीर में पहुंच जाएं, तो नवजात के स्वास्थ्य के लिए घातक हो सकते हैं। लेड और मरकरी जैसे तत्व शिशु के दिमागी विकास में बाधा पहुंचाते हैं। इसलिए गर्भवती महिलाएं और बच्चे को अपना दूध पिलाने वाली न्यू मॉम्स पानी में हल्दी, सिंदूर, चंदन की लकड़ी आदि की मदद से तैयार किए गए नैचरल और ऑर्गैनिक रंगों से ही होली खेलें।
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