इस 26 जनवरी को 9 राफेल सहित 50 विमानों का होगा प्रदर्शन, नेवी का IL-38 आखिरी बार भरेगा उड़ान 

ब्यूरो,

भारत इस साल 75वां रिपब्लिक डे मनाएगा। इस साल परेड में 50 विमान हिस्सा लेंगे। इसमें से नौ राफेल और नेवी के IL-38 का फ्लाई पास्ट होगा, जो पहली और आखिरी बार कार्यक्रम में भाग लेगा। भारतीय वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि IL-38 इंडियन नेवी का विमान है, जिसने सेना में लगभग 42 सालों तक सेवा दी है।

उन्होंने बताया कि कर्तव्य पथ पर दिखने वाले 50 विमानों में चार सेना के भी शामिल होंगे। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय वायु सेना ने IAF झांकी के एक मॉडल का भी अनावरण किया, जिसे 26 जनवरी की परेड के दौरान प्रदर्शित किया जाएगा। IAF की झांकी की थीम ‘भारतीय वायु सेना: सीमाओं से पार शक्ति’ है और यह IAF की कुछ प्रमुख संपत्तियों को प्रदर्शित करेगी।

IL- 38 लंबे समय तक चलने वाला और सभी मौसम में काम करने वाला विमान था। 17 जनवरी, 2022 को इसे रिटायर कर दिया गया था।

पिछले साल राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ किए जाने के बाद औपचारिक मुख्य मार्ग पर आयोजित यह पहला गणतंत्र दिवस समारोह होगा। वायुसेना के अधिकारी ने कहा कि समारोह के दौरान 9 राफेल विमान भी फ्लाई पास्ट का हिस्सा होंगे। उन्होंने कहा- चार राफेल नेत्र फॉर्मेशन का हिस्सा होंगे, चार C-130 विमान के साथ बजरंग फॉर्मेशन में होंगे और एक फ्लाई पास्ट के लास्ट में ‘वर्टिकल चार्ली’ का प्रदर्शन करेगा।

यह पूछे जाने पर कि पहली बार फ्लाई पास्ट के दौरान क्या-क्या दिखाया जाएगा, भारतीय वायुसेना के अधिकारी ने कहा- IL-38 के अलावा, ‘भीम’ और ‘बजरंग’ जैसे फॉर्मेशन्स को पहली बार कर्तव्य पथ पर प्रदर्शित किया जाएगा। ‘भीम’ फॉर्मेशन में, एक C-17 विमान दो सुखोई-30 से घिरा होगा और ‘बजरंग’ फॉर्मेशन में, एक C-130 विमान चार राफेल विमानों से घिरा होगा।

फ्लाई पास्ट के दौरान दूसरी एरियल फॉर्मेशन्स में ‘ध्वज’, ‘रुद्र’, ‘बाज़’, ‘प्रचंड’, ‘तिरंगा’, ‘टंगैल’, ‘गरुड़’, ‘अमृत’ और ‘त्रिशूल’ शामिल होंगे। भारतीय वायु सेना के 144 जवानों के मार्चिंग दल का नेतृत्व 32 साल स्क्वाड्रन लीडर सिंधु रेड्डी करेंगे, जिसमें तीन अतिरिक्त अधिकारी – फ्लाइट लेफ्टिनेंट आयुष अग्रवाल (25), फ्लाइट लेफ्टिनेंट तनुज मलिक (26) और फ्लाइट लेफ्टिनेंट प्रधान निखिल (24) होंगे।

गणतंत्र दिवस की परेड को लेकर सभी उत्साहित हैं क्योंकि वे सभी पहली बार गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेंगे। 2013 में भारतीय वायुसेना में कमीशन प्राप्त करने वाले बैंगलोर के मूल निवासी रेड्डी ने कहा कि कर्त्तव्य पथ पर अपनी टुकड़ी का नेतृत्व करना बहुत सम्मान की बात है। फ्लाइट लेफ्टिनेंट अग्रवाल ने कहा- इस देश की सीमाओं की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। सोनीपत के रहने वाले फ्लाइट लेफ्टिनेंट मलिक कहते हैं कि तापमान कम है, लेकिन ‘जोश’ हाई है।

अधिकारियों ने कहा कि IAF दल के लिए मार्चिंग धुन वायु सेना बैंड महाद्वीप की ओर से बजाई जाएंगी, जिसमें 72 संगीतकार और तीन ड्रम मेजर शामिल हैं। भारतीय वायुसेना के बैंड दल का नेतृत्व वारंट ऑफिसर अशोक कुमार करेंगे, जिन्हें 16 सालों तक दल का नेतृत्व करने का गौरव प्राप्त है और उन्होंने पिछले 26 सालों से गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लिया है।

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