अल्मोड़ा जिले में गर्मी शुरू होने के साथ जंगलों में आग लगने की घटना शुरू हो गई। रविवार को कोसी के पास बिमौला वन पंचायत के चीड़ के जंगल जल उठे। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम करीब साढ़े पांच घंटे बाद आग बुझाने मौके पर पहुंची।
कोसी से लगे बिमौला वन पंचायत के चापड़ जंगल में रविवार दोपहर 12.30 बजे आग लग गई। जंगल से धुआं उठता देख पूर्व प्रधान हरीश जोशी, प्रधान के पति हरीश लाल सहित अन्य ग्रामीण वन विभाग को सूचना देने के बाद आग बुझाने मौके पर पहुंचे। आधे घंटे तक ग्रामीणों के प्रयास के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इसके बाद ग्रामीणों ने दुबारा वन विभाग को फोन किया। शाम करीब छह बजे वन विभाग की टीम बजे मौके पर पहुंची। तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। बिमौली की वन पंचायत में लगी आग का धुंआ अल्मोड़ा से साफ दिखने लगा। आग लगने से लाखों की वन संपदा राख में तब्दील हो गई। समाचार लिखे जाने तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका था। पूर्व प्रधान हरीश जोशी ने बताया कि रविवार दोपहर में 12:30 बजे वन विभाग को सूचना दी गई थी, लेकिन कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे।
केएस रावत, डीएफओ सिविल सोयम अल्मोड़ा का कहना है कि इस सीजन में आग की दूसरी घटना है। शनिवार को शीतलाखेत के जंगलों में आग लगने की सूचना मिली थी। अबकी बार बीते साल की अपेक्षा आग की घटनाएं कम है।