आलोक वर्मा, जौनपुर ब्यूरो,
सरकारी अस्पताल की महिला डाक्टर डेंगू की चपेट में
जलालपुर। प्राथमिक स्वास्थ केंद्र जलालपुर पर कार्यरत महिला डाक्टर इन दिनो डेंगू बीमारी की शिकार हों गई है। उनकी हालत गम्भीर बताई जा रही है और उनका इलाज वाराणसी के एक प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है। महिला डाक्टर डेंगू की चपेट में आने का कारण अस्पताल में गंदगी व जलजमाव बताया जा रहा है।
ग्राम पंचायत महिमापुर के जलालपुर कस्बे में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जलालपुर पर कार्यरत महिला डाक्टर मजहबी आरा को एक सप्ताह से बुखार आ रहा था। मौसमी बुखार समझ कर वह हल्के फुल्के दवा का सेवन कर रही थी परन्तु स्वास्थ्य में सुधार होने की जगह उनकी हालत और बिगड़ गई आनन- फानन में उनके परिजनों ने वाराणसी के एक प्राइवेट हास्पिटल में भर्ती कराया और जांच के दौरान डेंगू बीमारी की पुष्टि हुई है। महिला डाक्टर की जाँच के दौरान डेंगू बीमारी की पुष्टि होने की खबर जबसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डाक्टरों व कर्मचारियों को मिली है तभी से वह डेंगू बीमारी की चपेट में आने की आशंका को लेकर भयभीत है।
अस्पताल परिसर में जलजमाव व गंदगी को डेंगू फैलने का कारण बताया जा रहा है।
जलालपुर। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जलालपुर पर कार्यरत महिला डॉक्टर मजहबी आर डेंगू बीमारी की चपेट में आने की पुष्टि होने के बाद क्षेत्र के गुड्डू उपाध्याय, संकटा गुप्ता, जहीर अहमद, सोनू,पवन गुप्ता,गणेश सहित दर्जनों लोंगों ने बताया कि बरसात के कारण महीनों सें अस्पताल के परिसर में घूटने भर पानी भरा हुआ है और अस्पताल के अगल-बगल कूड़ों का अंबार लगा हुआ है जिके कारण ही डाक्टर मजहबी आरा डेंगू की शिकार हुई है।
मजहबी आर के पति डाक्टर अनवर साहब ने बताया कि मजहबी आरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के जिस कमरें में बैठ कर मरीजों का इलाज करती है उसी के बगल में गर्भवती महिलाओं का डिलवरी कराया जाता है और व्यवस्था न होने के कारण सारा गंदगी उसी कमरें के बगल में खुले में फेंक दिया जाता है। इस बात की शिकायत कई बार मेरे तथा मेरे पत्नी द्वारा प्रभारी चिकित्सक अधिकारी व उच्चाधिकारियों से पूर्व में किया गया था परंतु साफ- सफाई की कोई व्यवस्था नही हुई। उन्होंने पत्नी कि हालत में सुधार होने के बाद उच्चाधिकारियों से पुनः शिकायत करने की बात कही है।