ब्यूरो,
इटावा । चंबल की खूंखार महिला डाकू फूलन देवी का अपहरण करने वाले इनामी डाकू छेदा सिंह की हुई मौत।
सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में इलाज के दौरान हुई है आज शाम मौत
26 जून को औरैया पुलिस ने छेदा सिंह को किया था गिरफ्तार
27 जून को इटावा जेल में दाखिल किए जाने के वक्त तबियत बिगड़ गई जिसके बाद छेदा सिंह को सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में भर्ती करा दिया गया था। टीवी रोग से था बीमार छेदा सिंह
औरैया जिले के अयाना के भासौन के गांव का रहने वाला था छेदा सिंह
1981 में फूलन देवी का छेदा सिंह ने किया था अपहरण
गिरफ्तारी के समय डाकू छेदा सिंह 50 हजार का इनामी था जिसको 24 साल बाद गिरफ्तार किया गया था ।
बीहड़ के बेताज बादशाह लालाराम गैंग का यह सक्रिय था छेदा सिंह
यह इनामी डकैत साधु वेष में चित्रकूट के एक मठ में छिपा था। छिद्दा सिंह पर आरोप है कि 1981 में बेहमई कांड से पहले जब फूलन देवी का अपहरण विक्रम मल्लाह के ठिकाने से किया गया था तो छिद्दा भी उसमें शामिल था।
लालाराम गैंग खत्म होने के बाद धीरे-धीरे गैंग समाप्त होने लगा तो नाम और हुलिया बदलकर चित्रकूट में रहने लगा।
चित्रकूट में वह पहले काशी घाट में रहा और अब दस सालों से जानकी कुंड के आराधना आश्रम में सेवादार के रूप में काम करने लगा।
छेदा सिंह के खिलाफ विभिन्न थानों में 21 मुकदमे दर्ज थे । उसके पास से बृजमोहन दास, चित्रकूट के नाम से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी व राशन कार्ड बरामद हुए हैं।