कोरोना वायरस संकट की वजह से उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर यानी एनपीआर 2021 का काम फिलहाल नहीं होगा। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए उत्तर प्रदेश में एनपीआर के कार्यों को अगले आदेशों तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। इसके साथ ही जनगणना के काम को भी रोक दिया गया है। प्रथम चरण में मकानों का सूचीकरण एवं उसकी गणना का कार्य होना था। पहले इसके लिए 16 मई से 20 जून तक का समय निर्धारित किया गया था।
प्रमुख सचिव जितेन्द्र कुमार ने शुक्रवार को इस संबंध में आदेश जारी किया। उन्होंने सभी मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों को देश के महा रजिस्ट्रार एवं जनगणना आयुक्त की तरफ से सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को भेजे गए पत्र के हवाले से जनगणना के प्रथम चरण के कार्यों को अगले आदेशों तक स्थगित किए जाने की जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि 16 मई से 20 जून तक होने वाले मकानों के सूचीकरण, मकानों की गणना, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर तथा जनगणना को संचालित किए जाने के संबंध में होने वाले अन्य क्रियाकलापों को स्थगित कर दिया जाए।
बता दें कि कई राज्य सरकारों ने एनपीआर का विरोध किया है और यहां तक इसको लेकर चिंताओं को प्रकट करने के लिए कुछ राज्यों ने अपनी-अपनी विधानसभाओं में प्रस्ताव पारित किया है। केरल, पश्चिम बंगाल, पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और बिहार ने एनपीआर का विरोध किया है। हालांकि, स्पष्ट किया है कि वे जनगणना के पहले चरण में घरों को सूचीबद्ध करने के काम में सहयोग करेंगे।