ब्यूरो,
यूपी विधानसभा चुनाव में सातवें और अंतिम चरण की लड़ाई पूर्वांचल में लड़ी जानी है। इस चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया गुरुवार को पूरी हो गई। अब केवल पर्चा जांच और नाम वापसी होनी है। इस बीच सपा और उसके सहयोगी दलों में दरार दिखाई देने लगी है। पूर्वांचल ही वह इलाका है जहां सपा की सहयोगी सुभासपा और अपना दल (कमेरावादी) का ज्यादा जनाधार है।
नामांकन के अंतिम दिन समीकरण बनते बिगड़ते दिखाई दिये। सपा ने गुरुवार को नामांकन के अंतिम दिन मिर्जापुर के मझवां और मड़िहान क्षेत्रों से दो उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया। जबकि इन दोनों सीटों पर उसकी सहयोगी दल अपना दल (कमेरावादी) के उम्मीदवार पहले ही नामांकन कर चुके हैं। सोनभद्र के घोरावल में भी यही हाल रहा। अपना दल कमेरावादी ने भी अपने प्रत्याशी का नामांकन करा दिया। यहां पहले ही सपा के उम्मीदवार नामांकन कर चुके हैं।
इसी तरह जौनपुर की कई सीटों पर सुभासपा और सपा दोनों दलों से प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल कर दिया है। वाराणसी में अपना दल (क) और सपा गठबंधन की तरफ से दो दिन पहले मड़िहान से अवधेश सिंह उर्फ पप्पू और मझवां विधानसभा क्षेत्र से हाल ही में सपा में शामिल हुए दामोदर मौर्य ने नामांकन किया था।
इस बीच नामांकन के अंतिम दिन मझवां सीट पर सपा की ओर से रोहित शुक्ला उर्फ लल्लू और मड़िहान से रविंद्र बहादुर सिंह ने पर्चा भर दिया। सोनभद्र में घोरावल सीट पर सपा की तरफ से जहां इं. रमेशचंद्र दूबे ने बुधवार को नामांकन दाखिल किया था वहीं गुरुवार को अपना दल कमेरावादी की तरफ से सुरजीत सिंह पटेल ने नामांकन कर ताल ठोंक दी।
जौनपुर में जफराबाद से सुभासपा के जगदीश नारायण राय और श्रीराम यादव ने पर्चा दाखिल किया। सदर सीट पर सपा से पूर्व विधायक अरशद खान और पप्पू मौर्या ने दावेदारी की। मुंगरा बादशाहपुर सीट पर भी सपा की ओर से पंकज पटेल और दिलीप राय बलवानी ने नामांकन कर दिया है।सुभासपा के जौनपुर जिलाध्यक्ष बृजभान राजभर के मुताबिक पार्टी ने जगदीश नारायण के पक्ष में समय से सिंबल जारी कर दिया था। वहीं सपा जिलाध्यक्ष लाल बहादुर यादव का कहना है कि सदर व मुंगरा में दो-दो प्रत्याशियों ने नामांकन किया है। केन्द्रीय कार्यालय जल्द ही एक प्रत्याशी को अधिकृत कर देगा।