ब्यूरो,
देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यूपी में भी बीते 48 घंटे में संक्रमितों का आंकड़ा लगभग तीन गुना हो गया है। पिछले 24 घंटे में हुई दो लाख से ज्यादा कोविड सैंपलों की जांच में कोरोना संक्रमण के 118 नए मामलों की पुष्टि हुई है। एक दिन यह आंकड़ा 80 था। वहीं लखनऊ में 25 नए केस आए हैं।
इससे पूर्व प्रदेश में 10 जुलाई को 100 केस मिले थे। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को उच्चस्तरीय बैठक की और प्रदेश के चिकित्सा इंतजामों की गहनता से पड़ताल के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सभी जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्साधिकारी स्वयं जिले के हर एक अस्पताल में उपलब्ध साधन-सुविधाओं का भौतिक सत्यापन करें।
आइसोलेशन बेड, आईसीयू बेड, बच्चों के लिए जरूरी पीआईसीयू, पीडियाट्रिक विशेषज्ञ, वेंटिलेटर आदि की जांच कर ली जाए। अगर कहीं कोई कमी मिले तो तत्काल व्यवस्था सुधारकर इंतजाम दुरुस्त करें। बैठक में मुख्यमंत्री ने कोरोना के ताजा हालात पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सख्ती से रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू लागू किया जाए। पुलिस लगातार गश्त करे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के किसी भी राज्य से अथवा विदेश से प्रदेश की सीमा में आने वाले हर एक व्यक्ति की ट्रेसिंग/टेस्टिंग की जाए। बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि निगरानी समितियों को फिर एक्टिव करें। गांव-शहरी वार्डों में बाहर से आने वाले हर एक व्यक्ति की टेस्टिंग कराएं।
आवश्यकतानुसार लोगों को क्वारंटीन कर मेडिकल किट उपलब्ध कराया जाए। दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता बनाये रखने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि जरूरत के मुताबिक दवाओं की खरीद पहले से ही कर ली जाए।
यूपी में फिलहाल ओमिक्रॉन वेरिएंट का कोई एक्टिव केस नहीं है। अब तक यहां मिले तीनों ही ओमिक्रॉन के मरीज कोविड निगेटिव हो चुके हैं। इस बीच खतरे की आहट को देखते हुए सतर्कता के दृष्टिगत पूरे प्रदेश में रात 11 से सुबह 05 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। हर आम-ओ खास को घर से बाहर निकलने पर अनिवार्य रूप से मास्क लगाने की हिदायत दी गई है।
बाजारों में बिना मास्क वाले लोगों को सामान न देने के लिए व्यापारियों को जागरूक भी किया जा रहा है। यूपी में अब तक 07 करोड़ 15 लाख से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज व 12 करोड़ 68 लाख लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है। राज्य में अब कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 473 हो गई है।
केंद्र के निर्देशों के बाद राज्य सरकार ने भी तीन जनवरी से 15 से 18 साल के बच्चों और 10 जनवरी से 60 साल से अधिक उम्र वालों को प्रीकॉशन डोज लगाए जाने के आदेश जारी कर दिए हैं। चुनाव ड्यूटी पर तैनात किए जाने वाले कर्मचारी भी इस सेवा का लाभ उठा सकेंगे।
हेल्थ केयर व फ्रंट लाइन वर्करों और 60 साल या उससे अधिक उम्र वाले जो नागरिक सहरुग्णता से ग्रसित हैं और कोविन पोर्टल पर पूर्व से पंजीकृत हैं, वे प्रीकॉशन डोज के लिए पात्र होंगे। प्रदेश में ऐसे लोगों की संख्या 37. 54 लाख है। टीके के लिए उन्हें विभागीय रोजगार प्रमाणपत्र देना होगा।
यूपी में लगातार बढ़ रहे संक्रमित
दिनांक संक्रमित संक्रमण दर
25 दिसंबर 38 केस 0.019
26 दिसंबर 59 केस 0.032
27 दिसंबर 40 केस 0.028
28 दिसंबर 80 केस 0.041
29 दिसंबर 118 केस 0.058