ब्यूरो नेटवर्क
स्वस्थ समाज के लिए कुपोषण मुक्त होना जरूरी –
‘मिशन शक्ति’ अभियान के तहत काशी विद्यापीठ ब्लॉक में ‘पोषण पंचायत’ का आयोजन
वाराणसी, 15 सितम्बर 2021 । स्वस्थ समाज के लिए कुपोषण मुक्त होना जरूरी है। यह तभी संभव है जब समाज का प्रत्येक व्यक्ति इसके लिए जागरूक होगा। ‘मिशन शक्ति’ अभियान के तहत बुधवार को विद्यापीठ ब्लाक के सभागार में आयोजित ‘पोषण पंचायत’ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्य महिला आयोग की सदस्य अर्चना ने कार्यक्रम में विचार व्यक्त किए।
अर्चना ने कहा कि बच्चे ही कल का भविष्य है, लिहाजा उन्हें हर हाल में कुपोषण मुक्त करना ही होगा। तभी स्वस्थ व सुपोषित समाज की कल्पना की जा सकती है। इसके लिए जनआंदोलन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब कुपोषण को एक गंभीर बीमारी माना जाता था। इससे लोगों की मौत भी हो जाती थी। अब तेजी से बदलाव आया है। आज हम कुपोषण पर काफी हद तक अंकुश लगा चुके हैं। इसमें आंगनबड़ी कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
समारोह में जिला कार्यक्रम अधिकारी दुर्गेश प्रताप सिंह ने कहा कि जिस देश के बच्चे स्वस्थ रहते हैं वह देश ही तरक्की करता है। बच्चों भी तभी स्वस्थ रहेंगे जब उनकी मां की सेहत दुरुस्त रहेगी। इसके लिए महिलाओं को अपने खान-पान के प्रति सचेत रहना जरूरी है। हम अगर थोड़ा सा प्रयास करें तो यह सब बहुत ही आसानी से संभव है। आसानी से उपलब्ध चना, हरी सब्जियों जैसे साग, सहजन आदि का प्रयोग कर भोजन को पौष्टिक बनाया जा सकता है। यही पोष्टिक भोजन कुपोषण को दूर भगाने में मददगार बनेगा।
जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रवीण त्रिपाठी ने कहा कि उपभोक्तावादी संस्कृति में खान-पान के लिए बाजारू चीजों पर हमारी निर्भरता बढ़ी है। हमें इससे दूर होना पड़ेगा। हम देखेंगे कि हमारे यहां ऐसी सब्जियां, फल आदि मौजूद हैं जो सुपोषण के लिए बेहतर माने जाते है। इनका प्रयोग कर हम कुपोषण से दूर हो सकते है। उन्होंने कहा कि आज आर्गेनिक खेती पर जोर दिया जा रहा है। हमें अपनी परम्पराओं की ओर लौटना होगा तभी हम इन समस्याओं को दूर कर सकते हैं।
काशी विद्यापीठ विकासखंड की बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) स्वाति पाठक ने कहा कि वैसे तो कुपोषण के खिलाफ अभियान बराबर चलता रहता है लेकिन इस ‘पोषण पंचायत’ का उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है। हम इसमें कामयाब भी हैं।
कार्यक्रम का संचालन स्मिता राय ने किया। कार्यक्रम के प्ररम्भ में उन्होंने कुपोषण के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान की विस्तार से जानकारी दी।