ब्यूरो नेटवर्क
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को वाराणसी में कहा कि तालिबान को सिर चढ़ाने की छूट यूपी की धरती से नहीं दी जा सकती। वह कभी नहीं कहते हैं कि कोई राम-राम कहे। जिसे लगता है कि उसका कल्याण राम-राम बोलने से होता है तो उसे बोलना चाहिए। जन्म से लेकर अंतिम यात्रा तक राम के बिना हो ही नहीं सकती। दुनिया के तमाम देश राम को मानते हैं। कोई तालिबान को सिर पर चढ़ाने का काम करें, उत्तर प्रदेश की धरती इसके लिए नहीं बनी है। उत्तर प्रदेश राम, कृष्ण और बाबा विश्वनाथ से ही जाना जाएगा।
वोट बैंक की राजनीति के चलते हुआ अयोध्या में खूनखराबा
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्योंकि पांच अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री ने सनातन धर्मावलंबियों के लंबे इंतजार को दूर करते हुए राममंदिर के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया था। देश और दुनिया ने स्वागत किया। कुछ लोगों को बुरा भी लगा होगा। बहुत सारे लोग बोलते थे कि परिंदा भी पर नहीं मारेगा। उस समय वोट बैंक की जो राजनीति की गई वो नहीं होती तो संभवत: खूनखराबा नहीं होता। आपको मुस्लिमों के वोट चाहिए लेकिन अब्बाजान से परहेज है वाह…। नेताओं पर जनता इसीलिए विश्वास नहीं कर रही क्योंकि जनता को इनकी वास्तविकता का पता चल गया है। यह लोग बोलते क्या हैं, करते क्या हैं। वो तो अपने यहां दुर्योधन की मूर्ति लगाना चाह रहे थे। दुर्योधन और कंस से होकर लोग कृष्ण पर आ गए हैं। जो पहले राम और कृष्ण से परहेज करते थे, आज कहते हैं कि वो हमारे भी हैं।
पीएम ने गांधी जी से ली काशी के सौंदर्यीकरण की प्रेरणा
मुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय का 1916 में उद्घाटन समारोह था। उस समय गांधीजी को भी आमंत्रित किया गया था। गांधीजी काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने गए थे। तंग गलियां और उनके बीच में गंदगी में लोग बैठे थे। गंदगी में प्रसाद बिकना आदि। गांधीजी ने तब उस पर बहुत तीखी टिप्पणी की थी। तब से लेकर 2016 तक कितनी सरकारें आईं-गईं, किसी का ध्यान क्यों नहीं गया। प्रधानममंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गांधीजी का सपना कब साकार होगा। आज गांधीजी की उन्हीं भावनाओं के अनुरूप पीएम के विजन से काशी विश्वनाथ एक नए रूप में निकल कर सामने आ रही है। उसी पुरातन आत्मा को संरक्षित रखते हुए एक नए कलेवर में काशी सामने आई है। यह सचमुच में अद्भुत है, अभिनंदनीय है और हमें इस पर बहुत गौरव की अनुभूति होती है। मुझे लगता है कि काशी है, अयोध्या है, मथुरा-वृंदावन का क्षेत्र है, विंध्यवासिनी धाम हैं, सभी उसी रूप में आगे बढ़ेंगे।
लीडर सकारात्मक हो तो टीम आगे बढ़ती है
एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां सकारात्मक ऊर्जा रहती है। वहां उसी रूप में आगे बढ़ा जाता है। कार्यक्रम उसी रूप में आगे बढ़ते हैं। उत्तर प्रदेश सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रहा है। जहां लीडर सकारात्मक हो तो टीम आगे बढ़ती है।