भारत ने दुनिया से लिया सबक

देश में लॉकडाउन के 50 दिन पूरे हो गए। भारत ने दूसरे देशों के बिगड़ते हालात से सबक लेकर पहले ही लॉकडाउन लागू कर दिया था। इससे स्थिति बेकाबू होने से बच गई। दुनिया में सर्वाधिक प्रभावित पांच देश अमेरिका, स्पेन, रूस, ब्रिटेन और इटली हैं। जबकि मौतों के मामले में सर्वाधिक प्रभावित पांच देश क्रमश: अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, स्पेन और फ्रांस हैं। भारत कुल मामलों के अनुसार अभी 12वें स्थान पर है जबकि कुल मौतों के मामले में 16वें स्थान पर है।

विशेषज्ञों के अनुसार, भारत और दूसरे देशों में सबसे बड़ा अंतर यह रहा कि यहां महामारी के बेकाबू हालात होने का इंतजार करने के पहले लॉकडाउन लागू किया, जबकि फ्रांस, ब्रिटेन, इटली, स्पेन और अमेरिका ने स्थिति विकराल होने के बाद कदम उठाए।

भारत में स्थिति बेहतर

भारत में अभी लॉकडाउन दो बार आगे बढ़ाया जा चुका है। लॉकडाउन का तीसरा चरण 17 मई को खत्म होगा। यही बड़ा कारण है कि भारत आज भी कुल मौतों के मामले में अन्य देशों के मुकाबले बेहतर स्थिति में हैं।

रणनीति की सराहना 

ऑक्सफोर्ड, जॉन हॉपकिंस और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के अलग-अलग अध्ययनों ने भी भारत सरकार के समय रहते की गई लॉकडाउन की कार्यवाही की तारीफ की। ऑक्सफोर्ड ने स्ट्रैटजी इंडेक्स में भारत को सर्वाधिक 100 अंक दिए और उसे चीन, द. कोरिया, अमेरिका, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन से ऊपर रखा। अब कई देश अलग स्तर पर पाबंदी में ढील दे रहे हैं।

जर्मनी में दुकानें खुलेंगी

-लॉकडाउन में छूट का निर्धारण अब राज्य अपने अनुसार तय कर करेंगे।
-सभी प्रकार की दुकानों को अब फिर से खोलने की अनुमति दे दी है।
-कंपनियां, कार डीलरशिप शोरूम, बुकशॉप, पुस्तकालय खुलेंगे। 
-प्राइमरी और मिडिल स्कूल आंशिक रूप से फिर से खोल दिए गए हैं। 
-बंद दरवाजे के पीछे यूरोपीय लीग फुटबॉल मैच फिर से शुरू हो रहे हैं। 
– राज्य में स्थिति बिगड़ती दिखाई देगी तो वहां पर केंद्र हस्तक्षेप करेगा।

स्पेन में सितंबर से खोले जाएंगे स्कूल

-स्पेन संक्रमित मरीजों की संख्या के आधार पर दूसरा सर्वाधिक प्रभावित है।
-26 मई से सिनेमाघरों को 30 फीसदी क्षमता के साथ खोलने की अनुमति।
-यहां पर सितंबर में स्कूलों को फिर से खोला जाएगा। 
-10 जून से यहां पर बार और रेस्तरां को पूरी तरह से खोलने की छूट। 
-बाहर निकलने और आवाजाही के लिए मास्क लगाना अनिवार्य है। 
-इस दौरान सख्त सामाजिक दूरियों के नियमों का पालन करना जरूरी।

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