पृथ्वी शॉ, देवदत्त पडिक्कल या ऋतुराज गायकवाड, कौन होगा श्रीलंका दौरे पर शिखर धवन का ओपनिंग पार्टनर
श्रीलंका के खिलाफ होने वाली लिमिटेड ओवर सीरीज के लिए भारत की युवा टीम जमकर तैयारियां कर रही है। विराट कोहली, रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में शिखर धवन को इस दौरे के लिए कप्तान नियुक्त किया गया है। वहीं, राहुल द्रविड़ हेड कोच के तौर पर टीम के साथ होंगे। श्रीलंका दौरे के लिए चुनी गई टीम में कप्तान धवन के अलावा तीन ओपनिंग बल्लेबाजों को शामिल किया गया है। जिसमें पृथ्वी शॉ, देवदत्त पडिक्कल, ऋतुराज गायकवाड का नाम है। ऐसे में सवाल उठाता है कि इस लिमिटेड ओवर सीरीज में धवन का सलामी जोड़ीदार इन तीनों में से कौन होगा।
शिखर धवन के साथ बतौर ओपनर मैदान पर उतरने के लिए शॉ का नाम सबसे आगे है। पृथ्वी शॉ धवन के साथ आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की तरफ से ओपनिंग भी करते हैं और दोनों के बीच काफी अच्छी समय भी है। सिर्फ यही नहीं शॉ द्रविड़ के भी फेवरेट हैं और उनकी देखरेख में अंडर 19 में खेल चुके हैं। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज की फॉर्म में पिछले कुछ समय में जबरदस्त रही है। शॉ ने इस साल स्थगित होने से पहले आईपीएल 2021 में भी रनों का अंबार लगाया था।
कर्नाटक के इस बल्लेबाज में भी काफी दमखम है और टीम मैनजमेंट धवन के साथ उनको उतराने पर विचार कर सकती है। पडिक्कल के लिए यह आईपीएल सीजन बेहद शानदार रहा था और उन्होंने शतक भी जड़ा था। खास बात यह है कि पडिक्कल बड़े शॉट्स लगाने के साथ-साथ पारी को बुनना भी बखूबी जानते हैं। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से खेलते हुए वह 21 आईपीएल मैचों में 668 रन ठोक चुके हैं और अपनी छाप छोड़ने में सफल रहे हैं। हालांकि, पडिक्कल के पास वनडे क्रिकेट का अनुभव मौजूद नहीं है।
ओपनर की रेस में तीसरा नाम ऋतुराज गायकवाड का है। महाराष्ट्र के इस सलामी बल्लेबाज ने आईपीएल 2021 में अपने प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया था। वहीं, वह घरेलू क्रिकेट में भी जमकर रन बना चुके हैं। गायकवाड इंडिया-ए की तरफ से भी कई यादगार पारियां खेल चुके हैं। गायकवाड ने चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेलते हुए अबतक 124.61 के स्ट्राइक रेट से 400 रन कूटे हैं। घरेलू क्रिकेट में भी इस गायकवाड का बल्ला जमकर बोला है और उन्होंने 36 पारियों में 1,349 रन बनाए हैं।
ऋतुराज गायकवाड और देवदत्त पडिक्कल काबिलियत की कोई कमी नहीं है और दोनों ही बल्लेबाज पारी को तब्दील करने भी बखूबी जानते हैं, लेकिन जब बात अनुभव की आती है तो वहां यह दोनों बैट्समैन पृथ्वी शॉ से थोड़ा पीछे नजर आते हैं। शॉ ने इस साल खेले गए विजय हजारे में 800 से ज्यादा रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज रहे थे। ऐसे में यह माना जा सकता है कि पडिक्कल और गायवाड के ऊपर शुरुआती मैचों में शॉ को बतौर ओपनर तरजीह मिल सकती है।