मुलायम सिंह यादव की पूर्व वधू मोनिका यादव ने समाजवादी पार्टी से नाता तोड़कर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा से समर्थन हासिल कर लिया है। इससे यहां जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव रोचक हो गया है। मोनिका यादव बदायूं से पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव की पूर्व पत्नी हैं।
मोनिका यादव जिला भाजपा कार्यालय में अकेली पहुंचीं। भाजपा जिलाध्यक्ष रूपेश गुप्ता ने मोनिका यादव को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए बतौर निर्दलीय प्रत्याशी पार्टी का समर्थन देने की घोषणा की। गुप्ता ने बताया कि कोर कमेटी एवं प्रदेश नेतृत्व ने निर्दलीय प्रत्याशी मोनिका यादव को समर्थन देने का फैसला किया है। मोनिका यादव ने बताया कि मैंने समाजवादी पार्टी की सक्रिय सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है।
भाई एवं पिता के सपा में होने के बारे में पूछे जाने पर मोनिका ने बताया की यह बात आप उनसे पूछिए। हमने व्यक्तिगत निर्णय लेकर भाजपा से चुनाव के लिए समर्थन लिया है। मैं हर हालत में जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव जीतूंगी। मेरे पास चुनाव जीतने के लिए पूर्ण बहुमत है।
अब जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के समीकरण बदल गए हैं। डॉ सुबोध यादव यादव का मोनिका यादव से कड़ा मुकाबला होगा। अभी तक डॉ सुबोध यादव की जीत आसान मानी जा रही थी लेकिन भाजपा ने सपा को मात देने के लिए मोनिका यादव को 4 वोटों के साथ ही पार्टी की ताकत भी दे दी है। उधर मोनिका के पिता और सपा के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह यादव एवं भाई सचिन यादव पर सपा की कार्रवाई की तलवार लटक गई है। सूत्रों की मानें तो समाजवादी उनको बाहर भी कर सकती है।