अमरोहा जिले में गंगा के टापू पर शव मिलने से सनसनी फैल गई। मौके पर पहुंचने के लिए पुलिस को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। टापू तक पहुंचने के लिए गंगा की पहली धार को पार करना था। मौके पर जाते वक्त सीओ श्रेष्ठा सिंह की गाड़ी गंगा नदी में फंस गई। गाड़ी में सीओ के संग कोतवाल भी बैठे थे। काफी प्रयास के बाद भी गाड़ी नहीं निकली तो गांव से ट्रैक्टर मंगाया गया। इसके बाद किसी तरह गाड़ी को गंगा से निकाला गया।
किसानों ने दी थी सूचना :
गंगा किनारे के खेतों पर पालेज की रखवाली कर रहे किसानों ने अफसरों को सूचना दी कि कोतवाली क्षेत्र के पूठ धाम पर गंगा के टापू पर मानव शव पड़ा हुआ है। कोतवाल संजय तोमर व सीओ श्रेष्ठा ठाकुर मौके पर पहुंच गए। हालत को देखकर लगा रहा था कि शव कई दिन पुराना था। शरीर के कई अंग गल चुके थे या फिर जलीय जानवरों ने खा लिए थे। किसी तरह शव को गंगा से बाहर निकाला गया। अफसरों ने आशंका जताई कि शव पीछे से बहते हुए आया और टापू पर फंस गया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। कोतवाल ने बताया कि शव इस अवस्था में था कि स्त्री या पुरूष की पहचान भी नहीं हो रही है। शव कई दिन पुराना प्रतीत हो रहा है। उधर पालेज की रखवाली कर रहे किसानों ने अनुमान जताया कि शव को या तो किसी ने जल प्रवाह किया होगा या फिर गहरे पानी में डूबने से मौत हुई होगी। बाद में शव बहता हुआ यहां तक पहुंच गया। कोरोना से मौत के बाद शव गंगा में फेंके जाने की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा रहा है।