कश्मीर के बेगपुरा में बुधवार को मुठभेड़ में मारा गया हिज्बुल मुजाहिदीन का शीर्ष कमांडर रियाज नायकू कानपुर के चकेरी से पकड़े गए आतंकी कमरूज्जमा का आका था। करीब दो साल पहले दोनों मिलकर कानपुर में आतंकी घटना को अंजाम देने वाले थे पर कमरूज्जमा के पकड़ने के बाद सारी योजना ध्वस्त हो गई। एनआईए के सूत्रों के मुताबिक कमरूज्जमा उर्फ कमरुद्दीन रियाज के दिशा-निर्देश में काम करता था। कानपुर के कई प्रमुख मंदिरों पर हमला करने की फिराक में रहने वाले कमरूज्जमा को चकेरी से सितम्बर 2018 में एटीएस और एनआईए की टीम ने ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आतंकी ने कई राज उजागर किए थे। बुधवार को जब पुलवामा में सेना के ऑपरेशन में रियाज नायकू मारा गया तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। एनआईए ने लखनऊ कोर्ट में जिस कमरूज्जमा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी उसी चार्जशीट में दुर्दांत आतंकवादी रियाज नायकू का नाम भी शामिल है। खुफिया एजेंसी की विवेचना में यह तथ्य सामने आए थे कि कानपुर में रेकी के दौरान कमरूज्जमा बराबर रियाज नायकू के संपर्क में था और उसे फोन पर सूचनाओं का आदान-प्रदान करता था।