ताजनगरी आगरा से दुनियां को कोरोना संक्रमण से निपटने का इलाज मिल सकता है। कुबेरपुर स्थित नेमिनाथ होम्योपैथिक कॉलेज ने यह दावा किया है। कालेज के मुताबिक उसे आयुष मंत्रालय और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने कोविड-19 के इलाज पर शोध करने के लिए अनुमति दी है। मंगलवार को मरीजों पर होम्योपैथिक दवाओं का परीक्षण भी शुरू कर दिया है।
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय तथा इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) कोविड-19 के इलाज पर शोध करने के लिए कुबेरपुर स्थित नेमिनाथ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज को अनुमति प्रदान की है। इसके तहत मंगलवार से कोरोना मरीजों पर होम्योपैथिक दवाओं का परीक्षण शुरू किया गया। पहले दिन 30 मरीजों को होम्योपैथी की दवा दी गई। दो बार इन मरीजों का परीक्षण भी किया गया। नेमिनाथ कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रदीप गुप्ता ने बताया कि पूरे भारत में केवल नेमिनाथ कॉलेज को ही इस तरह की अनुमति मिली है। दावा है कि उन्होंने आयुष मंत्रालय और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के निर्देशानुसार कोरोना के मरीजों का इलाज करने के लिए दवाएं तैयार कर ली हैं। इन दवाओं की अनुमति भी इंडियन काउंसिल मेडिकल रिसर्च से मिल चुकी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि एत्मादपुर स्थित कोविड-19 के हॉस्पिटल एफएच मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोरोना के मरीजों पर इनका परीक्षण किया जा रहा है।
अस्पताल में 100 बेड का आईसोलेशन वार्ड बनाया जाएगा। मंगलवार को मंडलायुक्त अनिल कुमार ने नेमिनाथ मेडिकल कॉलेज में प्रथम तल पर 10 और दूसरे तल पर 12 कमरों का निरीक्षण किया। इनमें 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया जाना है। मंडलायुक्त ने बताया कि यहां से कोराना के मरीजों को इलाज भी मिल सकेगा। कुल 200 मरीजों पर यह परीक्षण किया जाएगा। दवा के बाद इन मरीजों की जांच साइंटिफिक पैथोलॉजी द्वारा निशुल्क की जाएगी। फिर यह रिपोर्ट आयुष मंत्रालय और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च को भेजी जाएगी। इस संबंध में समाजसेवी अशोक गोयल ने नेमिनाथ कॉलेज के प्रबंधन से वार्ता की, उनको बधाई दी और अपनी ओर से सहयोग का प्रस्ताव दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगरा से शीघ्र ही कोविड-19 का सहज, सरल व सस्ता इलाज दुनिया को मिलेगा। आयुक्त ने यहां साफ-सफाई सहित सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिए।