कुलभूषण जाधव मामले में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने को लेकर भारत पाकिस्तान के संपर्क में है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी ।
भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी जाधव को अप्रैल 2017 में एक पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने जासूसी और आतंकवाद के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी। बाद में भारत जाधव तक राजनयिक पहुंच प्रदान करने से इनकार करने और मौत की सजा को चुनौती देते हुए पाकिस्तान के खिलाफ आईसीजे पहुंचा।
पिछले साल 17 जुलाई को इस मामले में अपने फैसले में आईसीजे ने पाकिस्तान को जाधव की सजा की प्रभावी समीक्षा करने का आदेश दिया और बिना किसी देरी के उन्हें राजनयिक पहुंच प्रदान करने को कहा। सूत्रों के अनुसार आईसीजे के फैसले को लागू करने के लिए भारत राजनयिक माध्यमों से पाकिस्तान के संपर्क में हैं।
इस प्रकार हैजाधव मामले का पूरा घटनाक्रम :-
3 मार्च, 2016: पाकिस्तान ने भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को गिरफ्तार किया।
24 मार्च, 2016: पाकिस्तानी अधिकारियों ने दावा किया कि जाधव को बलूचिस्तान प्रांत से गिरफ्तार गया है, जो एक ”भारतीय जासूस हैं।
26 मार्च, 2016: भारत सरकार ने दावा किया कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ईरान में कार्गो का कारोबार करने वाले जाधव को बलूचिस्तान में गिरफ्तार किया गया था, जैसा कि पाकिस्तान ने दावा किया है।
29 मार्च, 2016: भारत ने पाकिस्तान से जाधव तक राजनयिक पहुंच प्रदान किए जाने की मांग की। अगले एक साल में, भारत ने 16 ऐसे अनुरोध किए, जिन्हें पाकिस्तान ने अस्वीकार कर दिया।
10 अप्रैल, 2017: पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने जाधव को पाकिस्तान के खिलाफ जासूसी और देश में गड़बड़ी फैलाने संबंधी गतिविधियों में संलिप्त होने का आरोप लगाकर मौत की सजा सुनाई। भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि यह ”पूर्वनियोजित हत्या का मामला है।
11 अप्रैल, 2017: तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद के दोनों सदनों में एक बयान दिया कि जाधव को न्याय दिलाने के लिए भारत ”किसी भी हद तक जाएगा।
14 अप्रैल, 2017: भारत ने पाकिस्तान से आरोप-पत्र की प्रमाणित प्रति के साथ-साथ जाधव की मौत की सजा के फैसले की प्रति मांगी और जाधव के लिए राजनयिक पहुंच देने की मांग की।
20 अप्रैल, 2017: भारत ने आधिकारिक रूप से पाकिस्तान से जाधव के खिलाफ मुकदमे की कार्यवाही के साथ-साथ मामले में अपील प्रक्रिया का विवरण भी मांगा।
27 अप्रैल, 2017: तत्कालीन विदेश मंत्री स्वराज ने पाकिस्तान के विदेश मामलों के तत्कालीन सलाहकार सरताज अजीज को पत्र लिखकर जाधव के परिवार के लिए उनसे मिलने के लिए वीजा देने का अनुरोध किया।
8 मई, 2017: भारत ने पाकिस्तानी सैन्य अदालत के फैसले के खिलाफ हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) का दरवाजा खटखटाया।
9 मई, 2017: आईसीजे ने जाधव की फांसी पर रोक लगा दी।
15 मई, 2017: भारत और पाकिस्तान ने आईसीजे में जाधव मामले को लेकर एक-दूसरे पर जमकर निशाना साधा। इसके साथ ही भारत ने जाधव की मौत की सजा को तत्काल हटाने की मांग की।
18 मई, 2017: आईसीजे ने पाकिस्तान को अपने अंतिम आदेश को रोकने के लिए कहा।
26 दिसंबर, 2017: जाधव अपनी पत्नी और मां से मिले।
17 अप्रैल, 2018: भारत ने जाधव मामले में आईसीजे में दूसरे दौर का लिखित जवाब दायर किया।
17 जुलाई, 2018: पाकिस्तान ने जाधव की सजा पर आईसीजे में अपना दूसरा जवाब-पत्र सौंपा।
22 अगस्त, 2018: जाधव मामले की सुनवाई के लिए आईसीजे ने फरवरी 2019 का समय निर्धारित किया।
21 नवंबर, 2018: तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जाधव तक राजनयिक पहुंच की मांग की।
18 फरवरी, 2019: जाधव मामले में आईसीजे में चार दिन की सुनवाई शुरू हुई।
19 फरवरी, 2019: भारत ने आईसीजे से जाधव को पाकिस्तानी सैन्य अदालत द्वारा सुनाई गई मौत की सजा को निरस्त करने और उनकी तत्काल रिहाई का आदेश देने की अपील की।
20 फरवरी, 2019: भारत ने पाकिस्तान की कुख्यात सैन्य अदालतों के कामकाज पर सवाल उठाए और आईसीजे से जाधव की मौत की सजा को रद्द करने का आग्रह किया।
21 फरवरी, 2019: पाकिस्तान ने आईसीजे से जाधव को राहत देने के लिए भारत के दावे को ”खारिज या अस्वीकार्य घोषित करने की अपील की।
4 जुलाई, 2019: आईसीजे ने घोषणा की कि वह 17 जुलाई को जाधव मामले में फैसला सुनाएगा।
17 जुलाई, 2019: जाधव मामले में भारत को बड़ी जीत मिली। आईसीजे ने पाकिस्तान को जाधव को दी गई मौत की सजा की समीक्षा करने और उन्हें राजनयिक पहुंच प्रदान करने का आदेश दिया।
25 जुलाई, 2019: पाकिस्तान ने कहा कि वह जाधव को राजनयिक पहुंच प्रदान करने की प्रक्रिया पर काम कर रहा है।
1 अगस्त, 2019: पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने कहा कि जाधव को 2 अगस्त को राजनयिक पहुंच प्रदान की जाएगी।
अगस्त 2: जाधव को राजनयिक पहुंच प्रदान करने की शर्तों को लेकर मतभेद की वजह से भारतीय अधिकारियों और जाधव की मुलाकात नहीं हुई।
29 अगस्त: विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि पाकिस्तान और भारत जाधव को ”राजनयिक पहुंच प्रदान करने के मुद्दे पर संपर्क में हैं।
1 सितंबर: पाकिस्तान ने कहा कि वह 2 सितंबर को जाधव को ”आईसीजे के फैसले के अनुसार राजनयिक पहुंच प्रदान करेगा।
2 सितंबर: इस्लामाबाद में भारत के उप उच्चायुक्त गौरव अहलूवालिया ने जाधव से मुलाकात की।