मुजफ्फरपुर में कोरोना के कारण घर से बाहर न निकलने पर एक शिक्षक दंपत्ति ने घर की छत पर ही भिंडी और नेनुआ जैसी कई सब्जियां लगाई हैं. उन्होंने सब्जियों के मदद से बच्चों को पढ़ाने का तरीका भी निकाला है.
मुजफ्फरपुर में एक शिक्षक दंपत्ति ने अपने घर की छत पर सब्जियां लगाईं. प्रतीकात्मक तस्वीर
मुजफ्फरपुर. कोरोना वायरस से बिहार में हालात खराब होते जा रहे हैं. सभी को घर पर रहने की नसीहत दी गई है. मुजफ्फरपुर में एक शिक्षक दंपत्ति ने घर से बाहर न निकलने पर घर की छत पर ही सब्जी लगा ली है. उन्होंने भिंडी, साग और नेनुआ जैसे सब्जी उगाई हैं. अब वे उन्हीं सब्जियों से बच्चों को ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं. उनके इस प्रयोग को देखकर दूसरे स्कूल के टीचर भी अपनी छत पर सब्जियां उगा रहे हैं.
अपनी छत पर ऐसा प्रयोग करने वाले शिक्षक सुबोध ने कहा कि हमारे मुहल्ले से लेकर गांव के ऐसे बच्चे जिनके अभिभावकों के पास मोबाइल है. हमने उनका एक ग्रुप बनाया है. कोरोना की दूसरी लहर की शुरूआत के साथ ही मैंने ये प्रयोग शुरू किया. अलग-अलग सब्जियों में क्या पाया जाता है, किस चीज के ये श्रोत हैं. इन्हें लगाने से लेकर पूरी प्रक्रिया बच्चों का सिखाने में सफल हो रहे हैं.
शिक्षक ने कहा कि इससे हमारे समय का सदुपयोग हुआ और घर की खेती से हम सब्जी खा रहे हैं. इन सब्जियों को उगाने में घर के फल के छिलकों आदि से बनी खाद का प्रयोग किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार, कई कॉलेज और स्कूलों के टीचर अपनी छत पर ऐसा ही प्रयोग कर रहे हैं.
नीतिश्वर कॉलेज की शिक्षक डॉ. रंजना कुमारी ने इस बारे में कहा कि घर की छत पर बने खाद से इस तरह सब्जी उगाने से न केवल इस समय में हमें सकारात्मकता मिल रही है बल्कि पोषक चीजें भी मिल रही हैं. धनंजय झा, रजवाड़ा स्कूल के पूर्व प्रधानाध्यक सुनैना कुमारी समेत कई टीचरों ने छतों पर सब्जी लगाना शुरू कर दिया है.