दिल्ली में मंगलवार को रात्रि कर्फ्यू लागू होने के तुरंत बाद ई-पास के लिए 73,154 आवेदन आए। इनमें से केवल 1,271 को मंजूरी दी गई थी। दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि 34,759 से अधिक आवेदन खारिज कर दिए गए, क्योंकि आवेदक दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के आदेश के अनुसार छूट वाली श्रेणियों में नहीं थे।
नई दिल्ली जिले में सबसे अधिक 13,139 आवेदन प्राप्त हुए, इसके बाद दक्षिण पश्चिम में 11,661, दक्षिण में 9,947, पश्चिम में 7,673, उत्तर पश्चिम में 6,560, और पूर्वी दिल्ली में 6,065 आवेदन प्राप्त हुए। वहीं ई पास आवेदन में गड़ीबड़ी को लेकर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि ई-पास को लेकर कुछ शिकायत मिली थी जिसे दूर कर लिया गया है।
बता दें कि दिल्ली में नाइट कर्फ्यू के दौरान पहले से रजिस्ट्रेशन के बिना कोविड-19 का टीका लगवाने के लिए जाने वाले लोगों को ई-पास की सॉफ्ट या हार्ड कॉपी अपने साथ रखनी होगी। अधिकारियों ने बुधवार को इस बारे में जानकारी दी। कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के कारण दिल्ली सरकार ने मंगलवार को 30 अप्रैल तक रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक राजधानी में नाइट कर्फ्यू लगा दिया है, जो 30 अप्रैल तक प्रभावी रहेगा। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शहर में बुधवार को को संक्रमण के 5500 से अधिक मामले आए तथा 20 और लोगों की मौत हो गई।
अधिकारियों के मुताबिक, टीकाकरण के लिए जाने वालों को भी छूट मिली हुई है जो ‘कोविन ऐप’ के जरिए मिले मैसेज को दिखा सकते हैं और टीकाकरण केंद्र पर जा सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने नाइट कर्फ्यू लगाने को उचित ठहराते हुए कहा कि ऐसे समय में जब संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं कई लोग पार्टियां कर रहे थे और भीड़भाड़ बढ़ रहे थे। उन्होंने कहा कि यह कठोर कदम नहीं है क्योंकि कई श्रेणियों में छूट भी दी गई है।उन्होंने कहा कि टीकाकरण केंद्र पर जाकर पंजीकरण कराकर टीका लेने वालों को पहले ई-पास लेने की जरूरत होगी।