प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के तरीकों पर चर्चा के लिए नॉन एलाइन मूवमेंट (NAM) के वर्चुअल समिट में भाग लेंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह बैठक भारतीय समय अनुसार लगभग 4.30 बजे होगी और इसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर भी शामिल होंगे। यह पहली बार होगा जब मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से NAM की बैठक में भाग लेंगे। मोदी 2016 में और फिर 2019 में NAM शिखर सम्मेलन में भाग न लेने वाले पहले पूर्णकालिक भारतीय प्रधानमंत्री हैं। पिछले दो शिखर सम्मेलन 2016 में वेनेजुएला और 2019 में अजरबैजान में उपराष्ट्रपति द्वारा भारत की प्रतिनिधित्व किया गया था। मनमोहन सिंह ने 2012 में तेहरान में NAM की बैठक में भाग लिया था। अजरबैजान 2022 तक ग्रुपिंग का अध्यक्ष रहाा और इसके अध्यक्ष इल्हाम अलीयेव के नेतृत्व में बैठक आयोजित की जा रही है।
जी 20, ब्रिक्स और क्षेत्रीय समूह जैसे सार्क जैसे अन्य ब्लाकों ने भी कोरोना वायरस बीमारी से निपटने के लिए समन्वित दृष्टिकोण पर चर्चा करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस आयोजित की है। कोरोना ने दुनिया भर में 3.5 मिलियन से अधिक लोगों को प्रभावित किया है और 274,431 लोगों की मौत हो गई है। NAM संयुक्त राष्ट्र के अलावा देशों के सबसे बड़े समूह का प्रतिनिधित्व करने वाला संगठन है और इसके भीतर एशिया, अफ्रीका और लैटिन, अमेरिका के 120 विकासशील देश हैं।
कोरोना के कारण भारत का हाल बेहाल है। यहां लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू हो चुका है। देश में बीते 24 घंटों के दौरान रिकॉर्ड 83 मौतें दर्ज की गईं। इस बीच, संक्रमण के 2487 नये मामले भी सामने आए, जिससे देश में संक्रमितों की संख्या 40 हजार पार कर गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार शाम को जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में संक्रमितों की संख्या 40,263 पहुंच गई है। मरने वालों की संख्या 1306 हो गई है। स्वस्थ होने वालों की संख्या भी बढ़ी है। अब तक कुल 10,887 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। स्वस्थ होने वालों का प्रतिशत 26 फीसदी से भी अधिक है। कुल 28,070 रोगियों का देश के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और दिल्ली संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित राज्य हैं।