भाजपा की मिजोरम इकाई ने रविवार को केंद्र से अनुरोध किया कि राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे पूर्वोत्तर के लोगों को वापस लाने की व्यवस्था की जाए। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वनलालमुआका ने कहा, ‘हमने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल से पूर्वोत्तर के फंसे लोगों के लिये विशेष ट्रेनें चलाने का अनुरोध किया है, जैसा कि सरकार ने अन्य राज्यों के लिये किया है…।’
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछले हफ्ते राज्यों को बसों और ट्रेनों के जरिये प्रवासी कामगारों, छात्रों और पर्यटकों को वापस ले जाने की मंजूरी दी थी। वनलालमुआका ने कहा कि प्रदेश भाजपा के तीन नेताओं को पूर्वोत्तर के लिये विशेष ट्रेनों के इंतजाम की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है।
इधर, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने फैसला किया है कि प्रत्येक राज्य की कांग्रेस कमेटी प्रत्येक जरूरतमंद श्रमिक और प्रवासी मजदूर की रेल यात्रा के लिए लागत वहन करेगी और इस संबंध में आवश्यक कदम उठाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि श्रमिक व कामगार देश की रीढ़ की हड्डी हैं। उनकी मेहनत और कुर्बानी राष्ट्र निर्माण की नींव है। सिर्फ चार घंटे के नोटिस पर लॉकडाऊन करने के कारण लाखों श्रमिक व कामगार घर वापस लौटने से वंचित हो गए।
उन्होंने कहा कि 1947 के बंटवारे के बाद देश ने पहली बार यह दिल दहलाने वाला मंजर देखा कि हजारों श्रमिक व कामगार सैकड़ों किलोमीटर पैदल चल घर वापसी के लिए मजबूर हो गए। न राशन, न पैसा, न दवाई, न साधन, पर केवल अपने परिवार के पास वापस गांव पहुंचने की लगन। उनकी व्यथा सोचकर ही हर मन कांपा और फिर उनके दृढ़ निश्चय और संकल्प को हर भारतीय ने सराहा भी।