जर्मनी ने देश में कोरोना वायरस से निपटने के मद्देनजर लगे लॉकडाउन को और तीन सप्ताह यानी 28 मार्च तक बढ़ाने का फैसला किया है हालांकि इस दौरान कुछ पाबंदियों में छूट दी जाएगी। जर्मनी की चांसलर एंजेल मर्केल और देश में 16 राज्यों के गवर्नर के बीच बुधवार को करीब नौ घंटे तक बातचीत हुई। इस दौरान कोरोना वायरस के नए स्वरूप के बढ़ते खतरे और सामान्य जीवन को पटरी पर लौटने को लेकर चर्चा की गई।
देश में पिछले सप्ताह छात्रों के लिए प्राथमिक स्तर तक के स्कूल खोल दिए गए थे। वहीं करीब ढाई महीने बाद सोमवार को ‘हेयरड्रेसर काम पर लौटे। बैठक में तय किए गए लॉकडाउन के नए नियम देश में रविवार से लागू किए जाएंगे। मर्केल और राज्यों के गवर्नर ने बुधवार को पाबंदियों में ढील देने की एक चरणबद्ध योजना भी तैयार की।
बर्लिन में मर्केल ने पत्रकारों से कहा कि ये कदम हमें आगे कि ओर ले जाने के लिए होने चाहिए लेकिन साथ ही इससे वायरस से निपटने की दिशा में अभी तक हासिल हुई प्रगति प्रभावित नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, यूरोप में तीसरी लहर के कई भयावह उदाहरण मौजूद हैं। मर्केल ने संकल्प लिया कि 2021 का वसंत पिछले साल के वसंत से अलग होगा।
उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों में संक्रमण के मामले कम हैं, वहां गैर-जरूरी सामान की दुकानें, संग्रहालय और अन्य केन्द्र सीमित समय के लिए खुलेंगे। अधिकतर दुकानें देश में 16 दिसम्बर को लागू किए लॉकडाउन के समय से ही बंद हैं। वहीं रेस्तरां, बार, खेल केन्द्र आदि पिछले साल दो नवम्बर से बंद हैं। होटलों को केवल व्यवसाय के लिए यात्रा करने वाले लोगों को ठहराने की अनुमति दी गई थी।
जर्मनी के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र के रॉबर्ट कोच ने बुधवार को बताया कि पिछले सप्ताह करीब 25,000 नमूनों की जांच में 46 प्रतिशत में ब्रिटेन में सामने आया कोविड-19 का नया स्वरूप मिला था। देश में मंगलवार तक 5.3 प्रतिशत आबादी को कोविड-19 के टीके की पहली खुराक लग गई थी और 2.7 प्रतिशत लोगों को दूसरी खुराक भी लग चुकी है।
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र के अनुसार देश में बुधवार को कोरोना वायरस के 9,019 नए मामले सामने आए, जिससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 24.6 लाख के पास पहुंच गई। वहीं 418 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 70881 हो गई।