व्हाइट हाउस ने चेतावनी दी कि अमेरिका पश्चिमी इराक में बुधवार को एक वायुसेना अड्डे को निशाना बनाकर किए गए रॉकेट हमले के जवाब में सैन्य कार्रवाई पर विचार कर सकता है। इससे क्षेत्र में हिंसा का नया दौर शुरू होने की आशंका बढ़ गई है। जिस वायुसेना अड्डे को निशाना बनाकर हमला किया गया था, उसमें अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन के सैन्यकर्मी मौजूद थे।
वायुसेना अड्डे को निशाना बनाकर कम से कम 10 रॉकेट दागे गये थे। इस दौरान दिल का दौरा पड़ने से एक अमेरिकी कांट्रैक्टर की मौत हो गई। इराक-सीरिया सीमा पर ईरान से संबद्ध मिलिशिया को निशाना बनाकर पिछले सप्ताह की गयी अमेरिका की बमबारी के बाद से यह पहला हमला है।
इराक में ईरान समर्थित मिलिशिया संगठनों के साथ बढ़ते तनाव से क्षेत्र में और हमले होने की आशंका है। इससे ईरान के साथ 2015 में हुए परमाणु समझौते को लेकर बातचीत शुरू करने के संबंध में बाइडन प्रशासन की इच्छा और एशिया पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की अमेरिका की रणनीति पर असर पड़ेगा। हमले के बारे में पूछे जाने पर राष्ट्रपति जो बाइडन ने संवाददाताओं से कहा, ”हम इस पर गौर कर रहे हैं।
बाइडेन ने कहा, शुक्र है कि रॉकेट हमले में किसी की जान नहीं गी, लेकिन एक कांट्रैक्टर की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। हम इस बात का पता लगा रहे हैं कि इस हमले के लिए कौन जिम्मेदार है और इसके बाद फैसला किया जाएगा। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा, यदि हमें लगता है कि जवाबी कार्रवाई की आवश्यकता है, तो हम हमें सही लगने वाले तरीके से उचित समय पर कदम उठाएंगे।
पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि कांट्रैक्टर को हमले से बचने के दौरान दिल का दौरा पड़ा और थोड़ी देर बाद ही उनकी मौत हो गई। हमले में कोई भी सैनिक जख्मी नहीं हुआ है।