अब गांव-गांव मिल रहा रोजगार और बैंकिंग सुविधाएं

अब गांव-गांव मिल रहा रोजगार और बैंकिंग सुविधाएं

59 हजार ग्राम पंचायतों में एक लाख 22 हजार बैंकिंग करेस्पांडेट दे रहे सेवाएं

59 हजार बीसी सखी के साथ 59 हजार ग्राम पंचायतों में बन रहे शौचालयों में केयर टेकर के रूप में महिलाओं को मिला रोजगार

बैंकिंग करेस्पांडेंट से जल्द मनरेगा की धनराशि और जनसुरक्षा योजना से जुड़ी अन्य सुविधाएं भी मिलेंगीं

28 फरवरी, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर अब गांव-गांव रोजगार तो मिल ही रहा है बैंकिंग सुविधाएं भी लोगों को मिलने लगी हैं। 59 हजार बैंकिंग करेस्पांडेंट (बीसी सखी) के साथ 59 हजार ग्राम पंचायतों में बन रहे शौचालयों में केयर टेकर के रूप में महिलाओं को रोजगार भी उपलब्ध कराया जा रहा है। आने वाले समय में बीसी सखी सिर्फ बैंकिंग सुविधाएं ही नहीं, बल्कि मनरेगा से मिलने वाली धनराशि और जनसुरक्षा योजना से जुड़ी अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराएंगीं।
सीएम योगी ने महिला स्वावलंबन, सशक्तीकरण और डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए ‘एक ग्राम पंचायत, एक बैंकिंग करेस्पांडेंट’ योजना की शुरूआत की थी, जिसके तहत 59 हजार बीसी सखी की नियुक्ति की गई है। भविष्य में बीसी सखी के माध्यम से ही बैंकिंग सुविधाओं के साथ-साथ जनसुरक्षा योजना आदि विभिन्न वित्तीय समावेशन उत्पादों के प्रचार और जागरूकता के लिए भी उठाया जाएगा। इसी के तहत हर गांव में कामन सर्विस सेंटर भी बनाए गए हैं।
गांवों तक बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने के लिए प्रदेश को 27,628 सब सर्विस एरिया (एसएसए) में बांटा गया है। इसमें चार से छह हजार की आबादी और पांच किमी की त्रिज्या दूरी को ध्यान में रखकर बनाया गया है। सभी बैंक मित्र आधार आधारित ट्रांजेक्शन और रूपे कार्ड आधारित ट्रांजेक्शन कर रहे हैं। इसके अलावा निष्क्रिय बैंक मित्रों को सक्रिय करने और नए बैंक मित्रों की नियुक्ति की प्रक्रिया भी चल रही है।

पहले से कार्यरत थे 64 हजार बैंकिंग करेस्पांडेंट
प्रदेश में 59 हजार ग्राम पंचायतें हैं। इनमें 64 हजार बैंकिंग करेस्पांडेंट पहले से कार्यरत थे, अब 59 हजार बीसी सखियों की नियुक्ति और हुई है। ऐसे में अब 59 हजार ग्राम पंचायतों में कुल एक लाख 22 हजार बैंकिंग करेस्पांडेट हो गए हैं, जो सिर्फ ग्राम पंचायतों ही नहीं, बल्कि टोले और मोहल्ले में भी सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं।

2.38 वर्ग किमी के क्षेत्र में औसतन एक आउटलेट दे रहा सेवाएं
प्रदेश में एक लाख दो हजार 154 बैंकिंग केंद्रों में 19,038 बैंक शाखाएं, 18,944 एटीएम और 64,172 बैंक मित्र के माध्यम से बैंकिंग सेवाएं दी जा रही हैं, पिछले साल मार्च तक कुल 63,179 बैंकिंग केंद्रों से 933 बैंकिंग केंद्र अधिक है। प्रदेश में बैंकिंग नेटवर्क में विस्तार के साथ मार्च 2020 के सापेक्ष सितंबर 2020 को समाप्त तिमाही में बैंकिंग आउटलेट्स के सेवा क्षेत्र में सुधार करते हुए औसतन एक आउटलेट प्रति 2.38 वर्ग किमी के क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहा है। पिछले साल सितंबर से लेकर इस साल फरवरी माह तक बैंकिंग सेवाओं में और विस्तार हुआ है।

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