PFI के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद यूपी में हाई अलर्ट, कई स्थानों पर ताबड़तोड़ दबिश

राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के कई जिलों और देश के कई संवेदनशील स्थानों पर आतंकी हमले की साजिश को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मंगलवार को नाकाम कर दिया। पीएफआई (द पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के कंट्री हेड व कमांडर केरल के अन्सद बदरुद्दीन और हथियारों की ट्रेनिंग देने वाले फिरोज खान को लखनऊ में कुकरैल तिराहा के पास मंगलवार को गिरफ्तार किए जाने के बाद यह सनसनीखेज खुलासा हुआ।

दोनों ने पूछताछ में कबूला कि वह लोग बसंती पंचमी पर पूरे देश में एक साथ कई स्थानों पर आतंकी हमला करने के लिये आये थे। इन हमलों में कई हिन्दूवादी संगठनों के नेता भी निशाने पर थे। इनके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है। इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद यूपी में अलर्ट कर दिया गया है। दोनों के पास से भारी मात्रा में विस्फोटक, डेटोनेटर के साथ 16 डिवाइस, रिवाल्वर, कारतूस, 12 रेलवे टिकट, दो डीएम और चार एटीएम कार्ड भी मिले हैं।

एडीजी कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि पीएफआई के कुछ सदस्य देश में शांति व्यवस्था बिगाड़ने के इरादे से आधुनिक हथियार व विस्फोटक जुटा चुके हैं। ये लोग देश के कई हिस्सों में हमला करने की साजिश रच रहे हैं। इनके निशाने पर मुख्य रूप से यूपी के 15 से 20 जिले थे जहां बसंत पंचमी के आसपास हिन्दूवादी संगठनों के कार्यक्रम होने थे। इन कार्यक्रमों में संगठनों के बड़े पदाधिकारियों को निशाना बनाना भी इनका मुख्य उद्देश्य था।

11 फरवरी को ट्रेन से यूपी में घुसे थे
एसटीएफ के मुताबिक पीएफआई के सदस्य रऊफ शरीफ को केरल में हिरासत में लिया गया था। वह विदेश भागने की फिराक में था। इस पर ही पिछले साल 18 फरवरी को उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था। पीएफआई को फंडिंग कहां से हो रही है, इसके लिये ईडी व केरल पुलिस ने रऊफ से लम्बी पूछताछ की थी। इस दौरान ही पीएफआई के कई सदस्यों के यूपी में सक्रिय होने की बात सामने आयी थी। एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि पता चला था कि पीएफआई के मुख्य सदस्य 11 फरवरी को रेलमार्ग से यूपी के अंदर प्रवेश करने वाले हैं। तब अलर्ट हुआ, कई टीमें लगी थी लेकिन उस समय उनके बारे में पता नहीं चल सका था। पर, एसटीएफ की टीम लगी रही थी। इस दौरान ही पता चला कि अन्सद बदरुद्दीन और फिरोज मंगलवार को अपने कुछ साथियों के साथ कुकरैल पिकनिट स्पॉट में मिलेंगे। इसी दौरान कुकरैल तिराहे के पास इन्हें पकड़ लिया गया। 

एसटीएफ ने इस बात से भी इनकार नहीं किया है कि दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में भी पीएफआई के सदस्यों का हाथ है। एडीजी प्रशांत कुमार ने इस बारे में कहा कि मंगलवार शाम को ही इन दोनों को पकड़ा गया है। दिल्ली में हिंसा के बारे में भी पता किया जा रहा है। अभी सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। इस बिन्दु पर वे लोग जांच कर रहे हैं।

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