दुनियाभर में आतंक के पनाहगार बने पाकिस्तान ने खुद को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के आगे साफ दिखाने के लिए अपने यहां आतंकियों की सूची से 4000 नाम हटा दिए हैं। पाक सरकार ने यूएनएससी की निगरानी कमिटी की टीम से कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र द्वारा दिए गए नाम में से कई आतंकियों की पहचान करने में असमर्थ है क्योंकि उनकी जानकारी अधूरी है। दरअसल यूएनएससी ने पाकिस्तान में 130 आतंकियों की लिस्ट जारी की थी।
हालांकि, पाकिस्तान ने लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद सहित उनमें से केवल 19 लोगों की उपस्थिति को स्वीकार किया है। वह पहले ही यूएनएससी को 6 आतंकवादियों को इस सूची से बाहर निकालने के लिए कह चुका है, जिसमें 2013 के संयुक्त राष्ट्र के रिकॉर्ड के अनुसार मतीउर रहमान भी है।
संयुक्त राष्ट्र के विश्लेषणात्मक समर्थन और प्रतिबंधों की निगरानी करने वाली टीम, जो मार्च में पाकिस्तान की पांच दिवसीय यात्रा पर थी, को बताया गया कि संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंध सूची में जन्म तिथि, राष्ट्रीयता, राष्ट्रीय आईडी नंबर, पासपोर्ट संख्या या एक विशिष्ट पता नहीं है। पाकिस्तान ने अपनी घरेलू आतंकी निगरानी सूची से 3,800 नामों को हटाने के बारे में पूछे जाने पर इस तरह का स्पष्टीकरण दिया था।
अक्टूबर 2018 में, इस्लामाबाद ने इस सूची को काउंटरटेरर फाइनेंसिंग वॉचडॉग फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स को यह कहकर दिखाया था कि पाकिस्तान में आतंक कम हो रहा है। एफएटीएफ के रिकॉर्ड के अनुसार, इस आतंक की सूची में आतंकवादियों के 7,600 नाम थे।