ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने पूरी दुनिया को टेंशन में ला दिया है। कोरोना वायरस के इस नए खतरे को देखते हुए पूरे यूरोप ने ब्रिटेन से खुद को अलग-थलग कर लिया है और ज्यादातर देशों ने अपनी सीमाओं को सील कर दिया है और हवाई सेवा बंद कर दी है। कोरोना के इस नए स्ट्रेन को लेकर अब भारत में भी हलचल देखने को मिल रही है। मगर मोदी सरकार ने कहा है कि इससे लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस का एक नया प्रकार (स्ट्रेन) पाए जाने पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार पूरी तरह सतर्क है, घबराने की कोई जरूरत नहीं।
ब्रिटेन में सामने आए कोरोना के इस नए स्ट्रेन को लेकर भारत में भी आपात बैठक जारी है। इस नए सिरदर्द से निपटने के तरीकों पर मंथन करने के लिए आज ज्वाइंट मॉनिटिरिंग ग्रुप की बैठक हो रही है। बता दें कि ब्रिटेन में कोरोना का नया स्ट्रेन जब से मिला है, तब से ही यूरोप के अलग-अलग देश फ्लाइट पर बैन लगा रहे हैं। खुद ब्रिटेन ने लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है। इसके अलावा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड समेत यूरोप के कई देशों ने ब्रिटेन आने और जाने वाली फ्लाइट पर पाबंदी लगा दी है। ब्रिटेन का कहना है कि इस नए प्रकार की वजह से देश में संक्रमण के मामले बढ़े हैं।
कोरोना के नए स्ट्रेन से चिंतित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर मोदी सरकार से फ्लाइट पर बैन लगाने की मांग की है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लिखा, ‘यूनाइटेड किंगडम में कोरोना के नए स्ट्रेन से हलचल है और वो सुपर स्प्रेडर की तरह काम कर रहा है। ऐसे में भारत सरकार को यूके की सभी फ्लाइट बैन करनी चाहिए।’
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर कहा कि यूनाइटेड किंगडम में कोरोना की नई स्ट्रेन की खबर चिंताजनक है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘यूनाइटेड किंगडम में कोरोना की नई स्ट्रेन की खबर चिंताजनक है। भारत सरकार को इस मामले में तुरंत एक्शन लेना चाहिए और ब्रिटेन, अन्य यूरोपीय देशों से आने वाली फ्लाइट तुरंत बैन करनी चाहिए।
फ्रांस, जर्मनी नीदरलैंड, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया और इटली ने ब्रिटेन की यात्रा पर रोक लगाने संबंधी घोषणा कर दी है। फ्रांस ने रविवार मध्यरात्रि के बाद से 48 घंटों के लिए ब्रिटेन से सभी तरह की यात्रा पर रोक लगा दी। प्रधानमंत्री कार्यालय की घोषणा में कहा गया कि ब्रिटेन जाने वाले लोग इससे प्रभावित नहीं होंगे। जर्मनी की सरकार ने कहा कि वह ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों को रोक रही है। नीदरलैंड ने कम से कम इस साल के अंत तक ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है।
वहीं, बेल्जियम ने रविवार मध्यरात्रि से लेकर अगले 24 घंटों के लिए ब्रिटेन की उड़ानों पर रोक लगाने की घोषणा की है। साथ ही ब्रिटेन की रेल सेवाओं की आवाजाही पर भी रोक लगा दी है। उधर, ऑस्ट्रिया और इटली ने कहा है कि वह ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगाएंगे। हालांकि, उन्होंने प्रतिबंध के समय से संबंधित कोई भी जानकारी साझा नहीं की। इटली के विदेश मंत्री लुइगी डी मायो ने ट्विटर पर कहा कि सरकार कोरोना वायरस के नए प्रकार से इटली के निवासियों को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है। रविवार को ब्रिटेन से करीब दो दर्जन उड़ानें इटली के लिए रवाना होनी हैं। वहीं, चेक गणराज्य ने ब्रिटेन से आने वाले लोगों के लिए पृथक-वास के नियम को लागू कर दिया है।
बेल्जियम के प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर डी क्रू ने रविवार को कहा कि वह ”बतौर सावधानी” मध्यरात्रि से अगले 24 घंटों के लिए ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा रहे हैं। यूरोपीय संघ के सदस्य तीनों देशों की सरकारों ने कहा कि वे ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा लंदन और आसपास के इलाकों के लिए शनिवार को उठाए गए सख्त कदम के मद्देनजर यह फैसला कर रही हैं। इससे पहले जॉनसन ने श्रेणी-4 के सख्त प्रतिबंधों को तत्काल प्रभाव से लागू करते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कोरोना वायरस का एक नया स्ट्रेन सामने आया है, जो पूर्व के वायरस के मुकाबले 70 प्रतिशत अधिक तेजी से फैलता है और लंदन व दक्षिण इंग्लैंड में तेजी से संक्रमण फैला सकता है।