15 दिन के इलाज के बाद 70 साल के बुजुर्ग ने कोरोना को हराने में कामयाबी हासिल की है। सीतापुर से बांग्लादेशी बुजुर्ग को गंभीर अवस्था में केजीएमयू रेफर किया गया था। डायबिटीज और दिल की बीमारी के साथ लाए गए बुजुर्ग को शुरुआत में ऑक्सीजन सपोर्ट के सहारे सांसे दी गईं। इलाज के बाद बुजुर्ग की तबीयत में तेजी से सुधार हुआ। रविवार को मरीज को एम्बुलेंस से सीतापुर भेज दिया गया।
11 अप्रैल को सीतापुर से बांग्लादेशी बुजुर्ग को केजीएमयू रेफर किया गया। संक्रामक रोग यूनिट के प्रभारी डॉ. डी हिमांशु के मुताबिक बुजुर्ग की उम्र के मद्देनजर उन्हें हाई रिस्क मरीज मानकर इलाज शुरू किया गया। डायबिटीज व दिल की बीमारी थी। बुखार भी था। उन्होंने बताया कि दवाओं के माध्यम से डायबिटीज पर काबू पाया गया। उसके बाद दिल की दवाएं दी गईं। कोरोना वायरस के खात्मे के लिए भी तीन तरह की दवाएं दी गईं। धीरे-धीरे बुजुर्ग की तबीयत में सुधार हुआ। 15 दिन के इलाज के बाद मरीज पूरी तरह से ठीक हो गए।
भाषाई दिक्कत आई
डॉ. डी हिमांशु ने बताया कि बुजुर्ग को शुरुआत में समझाने में खासी अड़चन आई। फोन से बांग्ला भाषा के जानकार डॉक्टरों से संपर्क किया गया। उसके बाद बुजुर्ग को उन्हीं के अंदाज व भाषा में समझाने की कोशिश की गई। धीरे-धीरे वह बातों को समझने लगे।
केजीएमयू में अब तक 12 कोरोना पॉजिटिव मरीजों का सफल इलाज कर डिस्चार्ज किया जा चुका है। कोरोना वार्ड में भर्ती मरीजों की तबीयत स्थिर बनी हुई है।
डॉ. सुधीर सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू