कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सोनिया गांधी बोलीं- कांग्रेस अध्यक्ष पद से मुझे करें मुक्त

कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी

कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक शुरू हो चुकी है। इस बैठक में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सदस्यों से कहा कि उन्हें अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी से मुक्त कर दें और पार्टी को संकट से उबारने के लिए प्रयास करें। इससे पहले पार्टी मुख्यालय के बाहर कांग्रे कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और गांधी परिवार से ही किसी को अध्यक्ष बनाने की मांग की।

आपको बता दें कि बीते कुछ समय से कांग्रेस पार्टी में पूर्णकालिक अध्यक्ष के चुनाव की मांग दबी जुबान तेज हो गई है। इसको लेकर कई नेताओं ने आलाकमान को चिट्ठी भी लिखी।

पत्र में पूर्व मुख्यमंत्रियों के साथ-साथ कांग्रेस सांसदों द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे। पत्र में 134 वर्षीय पार्टी के नेतृत्व में अनिश्चितता का आरोप लगाया गया। पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले नेताओं में कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आज़ाद, शशि थरूर, भूपिंदर हुड्डा, मिलिंद देवड़ा, मनीष तिवारी और पीजे कुरियन द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे। इसे स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली के 10, जनपथ स्थित सोनिया गांधी के आवास पर पहुंचाया गया।

कार्यसमिति की बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोनिया गांधी को अध्यक्ष बने रहने के लिए आग्रह किया। एके एंटनी ने कहा कि आलाकमान को कमजोर करना पार्टी को कमजोर करना है। कोई सहयोगी कैसे ऐसा पत्र लिख सकता है।

कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक शुरू हो गई है। इस वर्चुअल मीटिंग में मनमोहन सिंह, प्रियंका गांधी, कैप्टन अमरिंदर सिंह आदि नेता मौजूद हैं।

दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पार्टी मुख्यालय के बाहर गांधी परिवार से अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर नारेबाजी की।

सोनिया गांधी ने कुछ दिनों बाद पत्र हस्ताक्षर करने वालों में से एक नेता को जवाब भी दिया। दो वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के अनुसार, सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को साथ मिलकर एक नया अध्यक्ष खोजना चाहिए, क्योंकि वह पार्टी का नेतृत्व करने की ज़िम्मेदारी अब नहीं उठाना चाहती हैं।

आपको बता दें कि मई 2019 में राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पद छोड़ने के बाद सोनिया गांधी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष बनीं थी। राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दिया था।

नाम सार्वजिनक नहीं करने की शर्त पर एक नेता ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ शिकायत सार्वजनिक करने वाले पार्टी नेताओं द्वारा निशाना बनाए जाने पर आहत होने की भावना व्यक्त करते हुए सोनिया गांधी ने नोट में लिखा कि वह पार्टी का नेतृत्व करने में दिलचस्पी नहीं रखते थे। बहुत मनाने के बाद केवल इस शर्त पर अंतरिम प्रमुख का पद स्वीकार कर लिया था कि पार्टी जल्द एक पूर्णकालिक अध्यक्ष ढूंढ लेगी

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