महामारी का असर इंसानों की उम्र दो साल कम कर देगा। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधार्थियों ने पाया कि ब्रिटेन में महिलाओं की औसत जीवन प्रत्याशा 83.5 साल से घटकर 81.8 साल हो गई है। जबकि पुरुषों की जीवन प्रत्याशा 79.9 साल से कम होकर 78 साल रह गई है।
ये चौंकाने वाले आंकड़े बता रहे हैं कि ब्रिटेन में लोगों की उम्र लंबी होने के ट्रेंड में बदलाव हुआ है। कई साल से ब्रिटिश लोगों की औसत उम्र अपने दादा-दादी की उम्र से भी अधिक पायी जा रही थी। इंग्लैंड और वेल्स में औसत जीवन प्रत्याशा में वृद्धि पिछले 50 साल से बनी हुई थी।
महामारी के कारण इस औसत उम्र में लगभग दो साल घट गए हैं। ब्रिटेन में महामारी से हुईं 54 हजार मौतों के बाद देश में औसत उम्र प्रत्याशा का आंकड़ा 2008 के स्तर पर पहुंच गया है। साल की पहली छमाही में ब्रिटेन में वायरस के अलावा अल्जाइमर, डायबिटीज, इंफ्लूएंजा और निमोनिया से बहुत अधिक मौतें हुई हैं। अध्ययनकर्ता मानते हैं कि इन मौतों के कारणों का संबंध अपुष्ट कोरोना वायरस मामलों से हो सकता है।
यह अध्ययन करने के लिए वैज्ञानिकों ने दो मार्च से लेकर जून तक ब्रिटेन में दर्ज हुईं मौतों के आंकड़ों को देखा। फिर पिछले साल की मृत्यु दर के ट्रेंड से इसकी तुलना की, जिससे उन्हें जीवन प्रत्याशा और जीवन अवधि के बीच असमानता नजर आयी। उनका कहना है कि किसी क्षेत्र में रहने वालों की कुल उम्र में असमानता होने का मतलब है कि जनसंख्या के स्वास्थ्य में कमियां हैं, जिससे मृत्युदर बढ़ रही है।
यह अध्ययन प्रकाशन से पहले अन्य विशेषज्ञों की समीक्षा के लिए ऑनलाइन प्रकाशित किया गया है। जिसमें शोधकर्ता ने लिखा कि ब्रिटेन में दूसरी लहर आने का खतरा होने से और ज्यादा मौतों को लेकर चिंता है। अगर ऐसा हुआ तो लोगों की उम्र पर और ज्यादा असर पड़ेगा।