देश में कोरोना संक्रमण में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। रविवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक रिकॉर्ड 28,637 मरीज और 551 मौतें दर्ज की गई हैं। पिछले कुछ महीनों में कोरोना किस तेजी से बढ़ा है, उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 27 अप्रैल को देश में करोना के कुल 28380 मामले थे और महज ढाई महीनों में आज स्थिति यह पैदा हो गई है कि इतने मामले रोज आने लगे हैं।
आईसीएमआर के अनुसार बीते चौबीस घंटों के दौरान कुल 2,80,151 नमूनों की जांच की गई है जिनमें से करीब 10.2 फीसदी पाजीटिव पाए गए हैं। जांच बढ़ने के साथ-साथ ही नमूनों के पाजीटिव होने का प्रतिशत भी लगातार बढ़ रहा है। इसे लेकर सरकार की चिंताएं बढ़ रही हैं। आशंका है कि आर्थिक गतिविधियों में लगातार बढ़ोत्तरी होने से संक्रमण में आने वाले दिनों में और बढ़ोत्तरी हो सकती है।
इस बीच मरीजों के स्वस्थ होने की संख्या लगातार बढ़ रही है। देश में अब तक कुल 849533 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से 534620 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। जबकि 22674 लोगों की मौत हो चुकी है। इस प्रकार देखें तो रिकवरी रेट अच्छा है जो 63 फीसदी से अधिक है। यह सकारात्मक संकेत है। दूसरे, कोरोना संक्रमण की रोजाना की वृद्धि दर भी 3.4 के करीब स्थिर बनी हुई है।
महाराष्ट्र और तमिलनाडु में करोना की गंभीर स्थिति बनी हुई है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 246600 कोरोना संक्रमित हुए हैं। दूसरे नंबर पर तमिलनाडु और तीसरे नंबर पर दिल्ली है। तमिलनाडु में 134226 तथा दिल्ली में 110921 लोग संक्रमित हुए हैं। सिर्फ तीन ही राज्य हैं जहां कोरोना रोगियों की संख्या एक लाख से पार पहुंची है।
कोरोना संक्रमण के मामले में दिल्ली भले ही तीसरे नंबर पर हो लेकिन दिल्ली में सक्रिय मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही है। सक्रिय मरीजों की संख्या में दिल्ली चौथे नंबर पर है। सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 99499, तमिलनाडु में 46413, कर्नाटक में 20887 तथा दिल्ली में 19895 सक्रिय मरीज हैं।