पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुलासा-सीओ देवेंद्र मिश्रा पर कुल्हाड़ी से वार के निशान

कानपुर: CO के सीने पर सटाकर गोली मारी, कुल्हाड़ी से भी वार, PM रिपोर्ट में खुलासा

●पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हमले को लेकर हुए हैं कई खुलासे
●सीओ देवेंद्र मिश्रा की कमर पर कुल्हाड़ी से वार के निशान

कानपुर के बिकरू गांव में विकास दुबे के गुर्गों से पुलिस की हुई मुठभेड़ में नए नए खुलासे हो रहे हैं. बिकरू गांव में हमलावरों ने पुलिस टीम पर तमंचों के साथ एके-47 से भी गोलियां बरसाई थीं. रीजेंसी अस्पताल में एक्सरे से पहले शहीद सिपाही जितेंद्र पाल के शरीर से एके-47 की एक गोली बरामद हुई है. यही नहीं, पोस्टमार्टम के दौरान पता चला कि चार जवानों के शरीर से गोलियां आर-पार निकल गई थीं. अन्य चार जवानों के शरीर से 315 और 312 बोर के कारतूस के टुकड़े बरामद हुए हैं.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक दारोगा अनूप को सबसे ज्यादा सात गोलियां मारी गईं. वहीं सीओ देवेंद्र मिश्रा के चेहरे, सीने और पैर पर सटाकर गोली मारी गई. उनका भेजा और गर्दन का हिस्सा उड़ गया था, उनके पैर और कमर पर कुल्हाड़ी से वार के निशान थे.

पुलिस के मुताबिक सिपाही जितेंद्र पाल के पैर, हाथ, सीने, कमर में पांच गोलियां मारी गई थीं. दो गोलियां आर-पार निकल गई थीं. चौकी प्रभारी अनूप सिंह को सात गोलियां मारी गई थीं. उनके सीने, पैर और बगल में गोली लगी थी. थाना प्रभारी महेश के चेहरे, पीठ और सीने पर पांच गोली और दारोगा नेबूलाल के चार गोलियां लगी थीं.

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक थाना प्रभारी महेश यादव, मंधना चौकी प्रभारी अनूप सिंह, दारोगा नेबूलाल और सिपाही जितेंद्र पाल के शरीर से ही गोलियां और उनके टुकड़े बरामद हुए हैं. सीओ देवेंद्र मिश्रा, सिपाही राहुल, बबलू और सुल्तान के शरीर से बुलेट नहीं मिली.

रिपोर्ट के मुताबिक सिपाही बबलू की कनपटी, चेहरे, सीने पर गोली लगी और सिपाही राहुल की पसली, कमर, कोहनी और पेट में चार गोली लगीं जो आर-पार निकल गईं. सुल्तान की कमर, कंधे व सीने पर पांच गोलियां मारी गईं. शवों से बरामद हुए कारतूस व उनके टुकड़ों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है.

हमलावरों ने लूट लिए पुलिस के हथियार

पुलिस ने बताया कि हमला के दौरान सिपाहियों की रायफल, एसओ और चौकी इंचार्ज की पिस्टल लूटी गई. हमलावरों ने सिपाही सुल्तान और बबलू के शहीद होने के बाद मौके पर पड़ी उनकी रायफलें और थाना प्रभारी महेश यादव व दारोगा अनूप की पिस्टलें लूट लीं.

पुलिस के मुताबिक ये जवान हथियारों के साथ ही मोर्चा ले रहे थे. माना जा रहा है कि हत्यारों ने रायफल व पिस्टल लूटने के बाद उन हथियारों से भी कई राउंड गोलियां चलाईं, जो पुलिस कर्मियों को लगी थीं.हमलावरों ने पुलिस की एक एके 47, एक इंसास रायफल व दो पिस्टलें भी लूट लीं. इनसे भी पुलिस पर गोलियां चलाईं।

डीआईजी अनंत देव तिवारी की भूमिका पर जांच के आदेश

एडीजी कानपुर जोन करेंगे अनंत तिवारी की भूमिका की जांच

डिप्टी एसपी की लिखित शिकायत के बावजूद एसएसपी रहे अनंत देव तिवारी ने नहीं की थी so विनय तिवारी पर कोई कार्रवाई

डिप्टी एसपी ने पशु तस्कर और रेप आरोपी को छोड़ने की भी की थी एसएसपी से शिकायत

डिप्टी एसपी की कॉल रिकॉर्डिंग और लेटर वायरल होने के बाद मचा हड़कंप

पूरे मामले पर अनंत देव तिवारी की भूमिका को लेकर जांच के आदेश-सूत्र

वर्तमान में डीआईजी एसटीएफ है अनंत देव तिवारी

दुर्दान्त अपराधी विकास दुबे से जय बाजपेई का वर्षो पुराना संबंध आया सामने।
विकास दुबे के करोड़ो रूपये जय बाजपेई ने बांट रखा है मार्केट में।
विकास के परिवार में भी है जय बाजपेई की दखल।
बीजेपी के नेताओं और विद्यायकों का भी करीबी है जय बाजपेयी।
जय बाजपेई को एसटीएफ हिरासत में लेकर हो चुकी है लखनऊ रवाना।
जय की माँ और पत्नी भी पुलिस हिरासत में।
कम समय मे अकूत सम्पति का अचानक मालिक बन गया जय बाजपेई।
जय विला में सजती थी अक्सर विकास की महफ़िल।
विकास दुबे का मामला उतना सीधा नहीं जितना आपको प्रतीत होता है। नया मोड़ आ गया है। डिप्टी एसपी का वो पत्र कानपुर SSP ऑफिस से गायब हो गया जिसमें पुलिस-दुबे कनेक्शन का खुलासा हुआ था। फाइल गुम हो गयी। तब के SSP अनंत देव के खिलाफ जाँच के आदेश। अनंत देव STF में दुबे का केस हैंडल कर रहे है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *