IAS अफसरों को ठगने वाला रंजन मिश्रा गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स ने जमशेदपुर में सोमवार की शाम छापेमारी कर पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा समेत कई बड़े अफसरों को ठगने वाले रंजन मिश्रा को गिरफ्तार किया है। 2008 में रंजन ने पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के नाम से अर्जुन मुंडा से 40 लाख रुपये हड़पे थे।  

रंजन परसूडीह नामोटोला का निवासी है। यह आरोपी देश के बड़े-बड़े अधिकारियों को टोपी पहना चुका है। आरोपी के खिलाफ लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाने में धोखाधड़ी संबंधी प्राथमिकी दर्ज है। रंजन मिश्रा मूलतः बिहार के गया जिले का रहने वाला है। यूपी एसटीएफ रंजन मिश्रा को गिरफ्तार करने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लेकर चली गई। 

जानकारी के अनुसार, रंजन मिश्रा हाई प्रोफाइल अधिकारी बनकर धोखाधड़ी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का सरगना है। उसने कभी मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, जिलाधिकारी और चुनाव आयुक्त बनकर न जाने कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। रंजन अक्सर उच्च अधिकारी बनकर निकले रैंक के अधिकारियों से घूस मांगता था। इसी मामले में उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। 20 मार्च को यूपी एसटीएफ ने इस गिरोह के दो अन्य सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उसी वक्त से रंजन फरार चल रहा था। 

गिरफ्तार रंजन के पास से पुलिस ने 36 हजार रुपये नकद, एसबीआई के एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, बैंक के कई पासबुक बरामद की है। उसके खिलाफ लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाने में राजकीय निर्माण के प्रोजेक्ट मैनेजर से शासन का उच्च अधिकारी बनकर आठ लाख रुपये मांगने के संबंध में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। देश के विभिन्न जिलों में उसके खिलाफ धोखाधड़ी के दर्जनों मामले दर्ज हैं।

 एम तमिल वाणन, एसएसपी, पूर्वी सिंहभूम ने बताया कि यूपी पुलिस ने परसूडीह में छापेमारी कर एक ठग को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने 2008 में अर्जुन मुंडा के नाम पर है रुपये वसूल किए थे। यह जानकारी यूपी पुलिस ने दी। ट्रांजिट रिमांड पर उसे यूपी पुलिस अपने साथ ले गई है।

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